रबि उल अल 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
जो आदमी इस हाल में फौत हुआ के वह अल्लाह ताअला और आख़ेरत पर इमान रखता हो तो उससे कहा जाएगा, जन्नत के आठ दरवाज़ों में से जिस दरवाज़े से दाखिल होना चाहता है, दाखिल हो जा।
- मसनद अहमद
महिकमा आसारे-ए-क़दीमा ने जताई फिक्र
उवैसी ने कहा, यादगार के तहफ्फुज में नाकामी
आगरा में दो दिनों से हो रही मुसलसल बारिश के बाद ताजमहल में पानी के रिसाव होने लगा। 17वीं सदी के मक़बरे से मुल्हिक़ा (लगे हुए) बाग़ पानी में डूब गए हैं, हालांकि मर्कज़ी गुंबद पर कोई नुक़्सान नहीं हुआ है। इससे कब्ल एक अहलकार ने मर्कज़ी गुंबद पर नमी देखकर हेयर लाईन में शिगाफ़ (दरार) होने का शुबा ज़ाहिर किया था।
आरक्योलोजीकल सर्वे आफ़ इंडिया (एएसआई), जो मुल्क में तारीख़ी यादगारों की देख-भाल करता है, ने रिवास की इत्तिला मिलने के बाद अपने अमले को निगरानी पर लगा दिया है। गौरतलब है कि ताजमहल यूनेस्को के आलमी सक़ाफ़्ती विरसे (राष्ट्रीय सांस्कृतिक धरोहर) की जगह है और इसका शुमार दुनिया के सात अजाइबात में भी होता है। आगरा सर्किल के सुपरिटेंडेंट आरक्योलोजिस्ट राज कुमार पटेल ने कहा कि उन्होंने मुआइना करने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तिमाल किया है। मिस्टर पटेल ने बताया कि हमने ताजमहल के मर्कज़ी गुंबद में रिसाव देखा है लेकिन जब हमने जांच की तो पता चला कि मर्कज़ी गुंबद को कोई नुक़्सान नहीं पहुंचा है। हमने ड्रोन कैमरे के ज़रीये मर्कज़ी गुंबद की जांच की है।
आरक्योलोजीकल सर्वे आफ़ इंडिया (एएसआई), जो मुल्क में तारीख़ी यादगारों की देख-भाल करता है, ने रिवास की इत्तिला मिलने के बाद अपने अमले को निगरानी पर लगा दिया है। गौरतलब है कि ताजमहल यूनेस्को के आलमी सक़ाफ़्ती विरसे (राष्ट्रीय सांस्कृतिक धरोहर) की जगह है और इसका शुमार दुनिया के सात अजाइबात में भी होता है। आगरा सर्किल के सुपरिटेंडेंट आरक्योलोजिस्ट राज कुमार पटेल ने कहा कि उन्होंने मुआइना करने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तिमाल किया है। मिस्टर पटेल ने बताया कि हमने ताजमहल के मर्कज़ी गुंबद में रिसाव देखा है लेकिन जब हमने जांच की तो पता चला कि मर्कज़ी गुंबद को कोई नुक़्सान नहीं पहुंचा है। हमने ड्रोन कैमरे के ज़रीये मर्कज़ी गुंबद की जांच की है।
उन्होंने कहा कि इसकी निगरानी की जा रही है कि ये रिसाव मुसलसल है या वक़फ़े-वक़फ़े से हो रहा है। उसी बीच सैलाबज़दा बाग़ के मंजर ने मुक़ामी लोगों और सय्याहों में तशवीश (फिक्र) को जन्म दे दिया है। हुकूमत से मंज़ूर शूदा टूर गाईड, मोनीका शर्मा ने कहा, यादगार की मुनासिब देख-भाल की जानी चाहिए क्योंकि सयाहत की सनअत के लोगों के लिए ये वाहिद उम्मीद है।
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