अजान सुनकर भाजपा के एक वज़ीर ने अपनी तक़रीर रोकी, बाद में कलिमा भी पढ़ा

जमादी आखिर 1446 हिजरी 


फरमाने रसूल ﷺ

जब तुम अपने घर वालों के पास जाओ तो उन्हें सलाम करो, इससे तुम पर और तुम्हारे घर वालों पर बरकतें नाजिल होंगी। 
- तिरमिजी शरीफ

अजान सुनकर भाजपा के एक वज़ीर ने अपनी तक़रीर रोकी, बाद में कलिमा भी पढ़ा

वज़ीर के ख़िलाफ़ बयानबाज़ी शुरू

✅ भोपाल : आईएनएस, इंडिया 

एक ऐसे वक़्त में, जब एक हैं तो सेफ' हैं और' बटेंगे तो कटेंगे, जैसे नारे पूरे मुल्क के सियासी हलक़ों में ज़ेर-ए-बहस हैं, उतर प्रदेश के संभल में हुए तशद्दुद को लेकर सोशल मीडिया पर सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो रही है, बीजेपी की मध्य प्रदेश हुकूमत के एक वज़ीर का वीडियो सोशल मीडीया पर वाइरल हो रहा है जिन्होंने अजान की अवाज सुनकर न सिर्फ अपनी तकरीर रोक दी बल्कि अजान पूरी होने पर कलमा भी पढ़ा। 
    मध्य प्रदेश के डाक्टर मोहन यादव की हुकूमत में वज़ीर गौतम टेटवाल एक प्रोग्राम में लोगों से ख़िताब कर रहे थे। ये प्रोग्राम राजगढ़ के माओ गांव में हो रहा था, तकरीर के दौरान टेटवाल ने जैसे अजान की आवाज सुनी, उन्होंने फ़ौरन अपना ख़िताब रोक दिया। जिस वक़्त ये प्रोग्राम हो रहा था उस वक़्त-ए-शाम के 7 बज रहे थे और इशा की आज़ान हो रही थी। अज़ान पूरी होने के बाद वज़ीर टेटवाल ने कहा कि वो कहते हैं कि इससे डरो, अच्छे काम करो। संस्कृत के श्लोक पढ़ने के बाद उन्होंने स्टेज से ही कलिमा भी पढ़ दिया। 

    वज़ीर टेटवाल ने मज़ीद कहा कि तमाम ज़मीन गोपाल की है। हम इस दुनिया में आए हैं, इसलिए सबका एहतिराम करें, सब ख़ुश रहें, सब सेहतमंद रहें , सब ख़ैरीयत से रहें। ये बात वो भी कह रहे हैं, और हम भी कह रहे हैं।  बीजेपी हुकूमत के वज़ीर ने कहा कि सनातन कल्चर एक ऐसा कल्चर है, जिसमें सभी शामिल हैं। 
    अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहा है और इसके ख़िलाफ़ कुछ आवाज़ें भी सुनाई दे रही हैं। वज़ीर का वीडियो वाइरल होने के बाद संस्कृत बचाओ मंच उसके ख़िलाफ़ एहतिजाज में सामने आया है। फोरम के सदर चन्द्र शेखर तिवारी ने कहा है कि वज़ीर तमाम मज़ाहिब का एहतिराम करते हैं, इसमें कोई हर्ज नहीं लेकिन हम जैसे हिंदूत्व लोग उनके लिए लड़ रहे हैं। तिवारी ने कहा कि अगर कभी किसी मंदिर में आरती हो रही हो तो वज़ीर अपने प्रोग्राम को रोक कर आरती में शिरकत करने की कोशिश करते, लेकिन अज़ान सुनकर उन्होंने कलिमा पढ़ा, वो चाहते तो नमाज़ भी पढ़ सकते थे। तिवारी ने कहा कि गौतम टेटवाल पार्टी के सीनीयर लीडर हैं लेकिन उन्हें उसके लिए हिंदू समाज से माफ़ी मांगनी चाहिए, और ग़ौर करना चाहिए कि क्या उन्होंने सही किया है और अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने सही किया है तो हिंदू समाज को क्या करना चाहिए। 



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