जमादी आखिर 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
जब तुम अपने घर वालों के पास जाओ तो उन्हें सलाम करो, इससे तुम पर और तुम्हारे घर वालों पर बरकतें नाजिल होंगी।
- तिरमिजी शरीफ
हाजी सिद्दीकी की निगरानी में जारी है तामीरी काम, रंग ला रही मस्जिद कमेटी की मेहनत
गौसिया मस्जिद, कैम्प-१ में इन दिनों तामीरी काम जारी है। मस्जिद के सामने का हिस्सा, गेट और गुंबन की नए सिरे से तजईन का काम कराया जा रहा है। मस्जिद के सदर मिर्जा मुकीम बेग और कमेटी के अराकीन की जानिब से मस्जिद की तजईन का जिम्मा शिल्पकार हाजी एमएच सिद्दीकी को दिया है।
बरोज जुमेरात, ५ दिसंबर को फातिहा ख्वानी के बाद नारा-ए-तकबीर और नारा-ए-रिसालत की गूंज के बीच गुंबद का स्ट्रक्चर रखा गया। हाजी सिद्दीकी ने बताया कि मस्जिद का दाखिली दरवाजा बाब-ए-गौसिया अपने आप में अनूठा होगा। गौस पाक रहमतुल्लाह अलैह की मजार के गुम्बद की हूबहू अक्कासी करने वाली इस मस्जिद दरवाजा ७२ फिट ऊंचा और २० फिट चौड़ा होगा। मस्जिद को २० मेहराबों से मुजअय्यन किया जा रहा है। गुंबद की खूबसूरती बढ़ाने उसके साथ चार मीनार की तामारी की जा रही है। ताअमीर मुकम्मल हो जाने के बाद ये रियासतभर में नायाब व बुलंद दरवाजा होगा, जो शहरे भिलाई की पहचान बनेगा।
बरोज जुमेरात, ५ दिसंबर को फातिहा ख्वानी के बाद नारा-ए-तकबीर और नारा-ए-रिसालत की गूंज के बीच गुंबद का स्ट्रक्चर रखा गया। हाजी सिद्दीकी ने बताया कि मस्जिद का दाखिली दरवाजा बाब-ए-गौसिया अपने आप में अनूठा होगा। गौस पाक रहमतुल्लाह अलैह की मजार के गुम्बद की हूबहू अक्कासी करने वाली इस मस्जिद दरवाजा ७२ फिट ऊंचा और २० फिट चौड़ा होगा। मस्जिद को २० मेहराबों से मुजअय्यन किया जा रहा है। गुंबद की खूबसूरती बढ़ाने उसके साथ चार मीनार की तामारी की जा रही है। ताअमीर मुकम्मल हो जाने के बाद ये रियासतभर में नायाब व बुलंद दरवाजा होगा, जो शहरे भिलाई की पहचान बनेगा।
गौरतलब है कि गौसिया मस्जिद की तामीरी काम की शुरूआत १२ नवंबर २०२१ को हजरत सलमान रजा के मुबारक़ हाथो से बाब-ए-गौसिया की संगे बुनियाद रखने के साथ हुई थी। जिसके बाद से मस्जिद की तजईन व आराइश का काम जारी है। मस्जिद कमेटी के सेकरेट्री शेख अलाउद्दीन उर्फ़ वकील, नायब सेक्रेट्री इंतजार अली, गुलाम रसूल, कैशियर मेअराज सिद्दीकी, नायब सदर मलंग पाशा, मुन्ना खान, सेराज अहमद,नायब खजांची, गुलाम मुस्तफा, शराफत खान, सरपरस्त हाजी कमरुद्दीन, हाजी मुश्ताक अहमद और तमाम ओहदेदारों के अलावा अवाम मस्जिद की तजईन व आराईश के काम में खासी दिलचस्पी ले रहे हैं।
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