रज्जब उल मुरज्जब, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
लोगों को अपने शर से महफूज़ कर दो, उन्हें तकलीफ ना पहुंचाओ के ये भी एक सदका है, जिसे आप खुद अपने आप पर करोगे।
-सहीह बुखारी
ख़्वाजा ग़रीब नवाज़, मुईन उद्दीन हसन चिशती रहमतुल्लाह अलैह के 813वें उर्स में शिरकत के लिए पाकिस्तान से ज़ाइरीन का एक वफ़द अजमेर पहुंच गया है। मंगल की सुबह चेतक एक्सप्रेस से 89 पाकिस्तानी जायरीन अजमेर पहुंचे।
गुजिशता साल के मुक़ाबले इस बार पाकिस्तानी ज़ाइरीन की तादाद नसफ़ से भी कम है। रेलवे स्टेशन पर हर पाकिस्तानी ज़ाइर की जांच और तसदीक़ की गई। उसके बाद उन्हें रोडवेज़ की दो बसों जरिये चौड़ी बाज़ार के सेंटर्ल गर्ल्ज स्कूल पहुंचाया गया जहां पाकिस्तानी ज़ाइरीन के लिए रिहायश और खाने का इंतिज़ाम किया गया है।
अजमेर रेलवे डिवीजन में कमर्शियल मैनेजर और उर्स के अफ़्सर नंद शर्मा ने बताया कि पाकिस्तानी ज़ाइरीन के लिए दिल्ली से आने वाली चेतक एक्सप्रेस में दो इज़ाफ़ी बोगियां लगाई गई थीं। ट्रेन मंगल की सुबह 3.17 बजे अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां पहले से ही सख़्त हिफ़ाज़ती इंतिज़ामात किए गए थे। यहां से रियास्ती हुकूमत के मुताल्लिक़ा इदारे पाकिस्तानी ज़ाइरीन का ख़्याल रख रहे हैं।
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