रज्जब उल मुरज्जब, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
कामिल मोमिन वो है, जो खुश अखलाक हो और घर वालों से नरम सुलूक करने वाला हो।
- तिर्मिज़ी
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✅ नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
हज कमेटी आफ़ इंडिया के तहत साल 2025 में हज पर जाने के लिए वेटिंग लिस्ट में शामिल 3676 आज़मीन को मंज़ूरी दी गई है। ये इत्तिला हज कमेटी आफ़ इंडिया की तरफ़ से जारी एक रीलीज़ में दी गई।
सर्कुलर के मुताबिक़ हज के दूसरे मरहले के लिए साल 2025 में हज पर जाने की इजाज़त दी गई है। मुख़्तलिफ़ रियास्तों से मंसूख़ शूदा सीटों को पूरा करने के लिए वेटिंग लिस्ट को मंज़ूरी दी गई है जिसमें छत्तीसगढ़ 136 से 160, दिल्ली 626 से 790, गुजरात 1724 से 2207, कर्नाटक 2075 से 2310, केराला 1712 से 2208, मध्य प्रदेश 906 से 1136, महाराष्ट्र 3697 से 4691, तमिल 3691 से 46913 मुसाफ़िरों को हज का मौक़ा मिला है।
सर्कुलर के मुताबिक़ हज के दूसरे मरहले के लिए साल 2025 में हज पर जाने की इजाज़त दी गई है। मुख़्तलिफ़ रियास्तों से मंसूख़ शूदा सीटों को पूरा करने के लिए वेटिंग लिस्ट को मंज़ूरी दी गई है जिसमें छत्तीसगढ़ 136 से 160, दिल्ली 626 से 790, गुजरात 1724 से 2207, कर्नाटक 2075 से 2310, केराला 1712 से 2208, मध्य प्रदेश 906 से 1136, महाराष्ट्र 3697 से 4691, तमिल 3691 से 46913 मुसाफ़िरों को हज का मौक़ा मिला है।
वेटिंग लिस्ट में शामिल आज़मीन-ए-हज्ज 2,72,300 रुपय (पहली और दूसरी क़िस्त की रक़म) 23 फरवरी तक स्टेट बैंक आफ़ इंडिया या यूनीयन बैंक आफ़ इंडिया की किसी भी शाखा में हिन्दुस्तानी हज कमेटी के खाते में जमा अदा कर सकते हैं। रक़म जमा कराने के लिए आज़मीन को ई पेमेंट की सहूलत फ़राहम की गई है जो कमेटी की वेबसाइट के ज़रीये की जा सकती है या हज का सफ़र क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूपीआई के ज़रीये सुविधा एप पर दस्तयाब है। फ़ीस की अदायगी के बाद वेटिंग लिस्ट से मुंतख़ब आज़मीन को अपने बैन-उल-अक़वामी पासपोर्ट की ख़ुद तसदीक़ शूदा कापी (मशीन रीडेबल), मेडिकल स्क्रीनिंग और फ़िटनेस सर्टीफ़िकेट, हलफ़नामा, बैंक पे स्लिप और हज दरख़ास्त फ़ार्म की एक कापी 25 जनवरी 2025 तक अपनी मुताल्लिक़ा रियास्ती हज कमेटी में जमा कराएं। मज़ीद मालूमात के लिए इंडियन हज कमेटी की वेबसाइट देखें या रियास्ती हज कमेटियों के दफ़ातिर से राबिता करने कहा गया है।
मर्कज़ी अकलीयती उमूर के वज़ीर रिजीजू कोटा बढ़ाने का करेंगे मुतालबा
मर्कज़ी अक़लीयती उमूर के वज़ीर किरण रिजीजू ने सनीचर को सऊदी अरब का अपना पाँच रोज़ा दौरा शुरू किया जिसका मक़सद 2025 में हज के लिए दो तरफ़ा मुआहिदे पर दस्तख़त करना है, जिसमें हिन्दोस्तान ने 10 हज़ार इज़ाफ़ी आज़मीन-ए-हज्ज के लिए कोटा बढ़ाने का मुतालिबा किया है।रिजीजू सऊदी अरब के वज़ीर तौफ़ीक़ बिन फ़ूज़ान अलरबीअह से मुलाक़ात करेंगे, जहां दोनों रहनुमा हज के मुआहिदे पर दस्तख़त कर सकते हैं। मर्कज़ी वज़ीर ने ट्वीटर पर एक पोस्ट में कहा कि मैं सऊदी अरब का दौरा करने का मुंतज़िर हूँ जहां हम 2025 के लिए दो तरफ़ा मुआहिदों पर दस्तख़त करेंगे और दोनों ममालिक के दरमयान अवाम के दरमयान ताल्लुक़ात को मज़बूत करेंगे। इसके अलावा रिजीजू सऊदी अरब के वज़ीर ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सर्विसिज़ सालिह इलजा सर से भी मुलाक़ात करेंगे। इस दौरान फ़िज़ाई परवाज़ों, बस और ट्रेन सर्विस के ऑप्रेशन पर तबादला-ए-ख़्याल किया जाएगा।
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रिजीजू जद्दा हज टर्मीनल का भी दौरा करेंगे, जिसे हिन्दुस्तानी आज़मीन इस्तिमाल करते हैं। हकूमत-ए-हिन्द ने आज़मीन को सहूलयात फ़राहम करने के लिए वहां एक ख़ुसूसी दफ़्तर क़ायम किया है। सऊदी अरब ने 2025 के लिए हिन्दोस्तान का हज कोटा 1,75,025 मुक़र्रर किया है, जबकि हिन्दुस्तानी हुकूमत इज़ाफ़ी 10 हज़ार आज़मीन-ए-हज्ज का कोटा बढ़ाने की दरख़ास्त कर रही है। गुजिश्ता साल 2024 में हज कमेटी को 80 फ़ीसद और प्राईवेट आर्गेनाईज़रज़ को 20 फ़ीसद कोटा मिला था। हज पालिसी 2025 के तहत 65 साल या इससे ज़्यादा उम्र के आज़मीन को तर्जीह दी जाएगी, फिर महरम के बग़ैर ख़वातीन और आख़िर में आम कैटेगरी के लोग होंगे।
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