गाड़ी 'आखिरी सफर' अवाम के सुपुर्द, फातिहा के बाद सौंपी चाबी

 रबि उल अव्वल, 1447 हिजरी 
 ﷽
फरमाने रसूल ﷺ
"रसुल अल्लाह ﷺ ने एक शख्स को सूरह अखलास पढ़ते हुए सुना तो फरमाया, इसके लिए जन्नत वाजिब हो गई।"
- जमाह तिर्मिज़ी 

मस्जिद हजरत बिलाल और आदम ग्रुप की पहल


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✅ नई तहरीक : भिलाई

मस्जिद हजरत बिलाल की पहल पर एक जदीद व्हीकल ह्यआखिरी सफरह्ण (शव वाहन) फातेहा के बाद शहर की मुस्लिम कम्युनिटी को सौंपा गया। मस्जिद के सदर शाहिद अहमद रज्जन ने बताया कि शहर में मआशरे के लिए महज एक ही व्हीकल था जिसकी वजह से लोगों को अक्सर अवकात खासी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लोगों की परेशानी को देखते हुए मस्जिद हजरत बिलाल कमेटी की जानिब से मआशरे के लिए व्हीकल का इंतेजाम किया गया। 

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    मस्जिद हजरत बिलाल की पहल में खाड़ी मुल्कों में मुकीम शहर भिलाई के ग्रुप आदम फाउंडेशन (अबू धाबी ग्रुप) ने तआवुन किया है। जरूरत पर व्हीकल के लिए मस्जिद हजरत बिलाल के ओहदेदारान से राब्ता किया जा सकता है। 
    जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर मस्जिद हजरत बिलाल में मुनाकिद तकरीब में व्हीकल की सुपुर्दगी के दौरान सरपरस्त डॉ. आरए सिद्दीकी, भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट के साबिक सदर रहमतुल्लाह अंसारी, सोशल वर्कर इंद्रजीत सिंह छोटू, पार्षद शीजू एंथोनी, साबिक पार्षद प्रभुनाथ मिश्रा, धीरेंद्र प्रताप सिंह, फिरोज राठौर, मलकीत सिंह, सुनील चौधरी शानू, जोगा राव, गनी खान, मस्जिद कमेटी के सेक्रेट्री नईमुद्दीन, अब्दुल जिलानी, अब्दुल हक, रियाज चौहान, आसिफ खान, जावेद, यूनुस सिद्दीकी, फारूक अहमद, असलम और हाशिम खान वगैरह मौजूद थे

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