रबि उल अल 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
बेशक अल्लाह ताअला कुछ लोगों को अपनी नेअमतें उस वक़्त तक अता करता है, जब तक के वो लोग मुसलमानों की हाजतों और ज़ुरूरियातें पूरी करते रहते है, और उकताते नहीं हैं। और जब उकता जाते हैं तो अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त वो नेअमतें किसी और की तरफ मुन्तक़िल कर देता है।
- तबरानी
✅ अँकरा : आईएनएस, इंडिया
तुरकिया के सदर रजब तय्यब अर्दगान ने कहा है कि इस वक्त हमें पैग़ंबर आख़िर-ऊज़-ज़मा, हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा ﷺ की रहबरी और सीरत-ए-तय्यबा की पैरवी की हमेशा से कहीं ज़्यादा ज़रूरत है। सदर अर्दगान ने महकमा मज़हबी अमूर की तरफ़ से इस्तांबूल में मुनाक़िदा मीलाद-ए-उन्नबी ﷺ की इफ़्तिताही तक़रीब से ख़िताब में तमाम बहन भाईयों को सलाम भेजा और कहा कि मैं फ़लस्तीन की दिलेर औलाद, ग़ज़ा की मज़लूम और दिल-गीर औलाद को अपनी और अपने मुल्क की तरफ़ से दिली सलाम और मुहब्बत पेश करता हूँ।
उन्होंने कहा कि मेरी दुआ है कि ये ख़ूबसूरत रात फ़लस्तीन के मज़लूमों समेत दुनिया के मुख़्तलिफ़ गोशों में जुल्म का सामना करने वाले तमाम इन्सानों के लिए वसीला नजात बने। सदर अर्दगान ने कहा कि ये दौर, जिससे हम गुज़र रहे हैं, इसमें एक इस्लामी तर्ज़-ए-हयात और तर्ज़-ए-फ़िक्र का मालिक होना दुशवार हो गया है। इस दौर की ज़रूरत है कि बदल अदा किया जाए और पहले से कहीं ज़्यादा जद्द-ओ-जहद की जाए। इस वक्त हमें अपने रास्ते को रोशन करने के लिए पैग़ंबर आख़िरुज्जमा हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा ﷺ की रहबरी-ओ-हिदायत की पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरत है।
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वाजेह रहे कि गुजिश्ता रात मीलाद उन्नबी ﷺ वसल्लम की रात थी। तुरकिया भर में इस रात को इबादात और ख़ुसूसी दुआओं से मनाया गया। तुरकिया महिकमा मज़हबी उमूर, हर साल ईद मीलाद उन्नबी ﷺ की मुनासबत से हफ़्ता भर अंदरून-ए-मुल्क और बैरून-ए-मुल्क मुतअद्दिद तक़रीबात का एहतिमाम करता है। इस हफ़्ते में सीरत उन्नबी के मौज़ू पर तसनीफ़ की गई किताबों की रूनुमाई की जाती और सेमीनार किए जाते हैं।
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राजस्थान में जुलूस पर पाबंदी
जयपुर : राजस्थान के शाहपूरा के जहाज़पूर में कशीदगी (तनाव) के पेश-ए-नज़र इंतिज़ामीया ने ईद मीलाद उन्नबी ﷺ के मौक़ा पर पीर को किसी भी तरह का जलूस निकालने की इजाज़त नहीं दी। जानकारी के मुताबिक़ सनीचर को जहाज़पूर इलाक़े में दो फिरकों के दरमयान हुए तनाज़ा को देखते हुए जुलूस पर पाबंदी लगाई गई।
काबिल-ए-ज़िक्र है कि सनीचर को एकादशी के मौक़ा पर जहाज़ पूर में एक जलूस पर पथराव के बाद फ़िर्कावाराना कशीदगी फैल गई थी। पथराव में एक ख़ातून समेत कई नौजवान के ज़ख़मी होने की इत्तिला है। इस दौरान जलूस में शामिल लोगों ने दूसरे फ़िर्क़ा के ख़िलाफ़ जम कर नारेबाज़ी की। वाक़िया के बाद जहाज़ पूर इलाक़े में कशीदगी का माहौल है। क़स्बे के बाज़ार बंद हैं। किसी भी नाख़ुशगवार वाक़िया से निपटने के लिए कसीर तादाद में पुलिस दस्ता तायिनात कर दिए गए हैं। अजमेर रेंज के डीआईजी ओम प्रकाश ने बताया कि हालात क़ाबू में हैं और पथराव करने वालों का पता लगाने में पुलिस टीम लगी हुई है।
ख़बर के मुताबिक़ शाहपुर के ज़िला मजिस्ट्रेट राजिंदर सिंह शेखावत ने बताया कि इंतिज़ामीया पूरी तरह मुस्तइद है और जल्द ही कशीदगी पर क़ाबू पा लिया जाएगा। तजावुज़ात (अतिक्रमण) के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है जिसमें तालाब के पास कुछ नाजायज़ केबिन हटाए गए हैं। 2 इमारतों को नोटिस जारी किया गया है। शेखावत ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई ज़ाबते के मुताबिक़ की जा रही है और इस सिलसिले में ख़ातून समेत कुछ लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया है।
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