रबि उल आखिर 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
वो नौजवान, जिसकी जवानी अल्लाह की इबादत और फरमाबरदारी में गुज़री, अल्लाह ताअला उसे कयामत के दिन अपने अर्श का ठंडा साया नसीब फरमाएगा।
- बुख़ारी शरीफ
✅ बरेली : आईएनएस, इंडिया File Photo
जानकारी के मुताबिक ये मस्जिद बरेली के केवलादिया थाना इलाक़े के गांव केला डांडी में है। बताया जा रहा है कि यहां के एक कमरे को मस्जिद में तबदील कर वहां लोग नमाज़ पढ़ने लगे थे। उसके ख़िलाफ़ हिंदू बिरादरी ने एहतिजाज किया और पुलिस इंतिज़ामीया से शिकायत की। नवाबगंज के एसडीएम अजय कुमार उपाध्याय ने नमाज़ की जगह को बंद कर दिया और दो होम गार्ड्ज को तयनात कर दिया। इसके बाद बरोज जुमा मुस्लिम मआशरे के लोगों ने ताला तोड़ कर वहां नमाज़-ए-जुमा अदा की जिसके बाद दूसरी तरफ़ के लोगों ने मुश्तइल (उत्तेजित) हो कर मुतनाज़ा (विवादित) जगह की दीवार तोड़ दी। उसके बाद सूरत-ए-हाल बिगड़ गई। दोनों तरफ़ से पत्थर और ईंटें बरसाई गईं। वाक़िया की इत्तिला मिलते ही एसडीएम नवाबगंज अजय कुमार उपाध्याय और सीओ हर्ष मोदी केवलदया थाना, नवाबगंज थाना और हाफ़िज़ गंज थाने की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अपनी मौजूदगी में मस्जिद की दीवार गिराने वाले 10 अफ़राद को गिरफ़्तार कर टूटी दीवार की मुरम्मत शुरू कराई जिसके बाद दूसरी तरफ़ के लोग मज़ीद बरहम हो गए और एसडीएम और सीओ को घेर लिया।
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नवाबगंज के बीजेपी एमएलए भी मौक़ा पर पहुंच गए और इंतिज़ामीया के ख़िलाफ़ एहतिजाज में धरने पर बैठ गए। उस दौरान उन्होंने सोशल मीडीया के ज़रीये पुलिस पर संगीन इल्ज़ामात आइद करते हुए कहा कि पुलिस की मदद से गै़रक़ानूनी मस्जिद तामीर की जा रही है जिसकी वजह से गांव वाले इस यकतरफ़ा रवैय्या से नाराज़ हैं। उन्होंने कहा कि हम जेरे तामीर गै़रक़ानूनी मस्जिद को रोकने के लिए हड़ताल पर हैं। वाकिये के बाद इलाक़े में कशीदगी देखी गई।
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