रबि उल आखिर 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
तुम्हें नमाज़े इशा की बदौलत पहली उम्मतों पर फज़ीलत दी गई,
तुम से पहले ये नमाज किसी उम्मत ने नहीं पढ़ी।
- अबु दाऊद
✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया
मस्जिद उल-हराम और मस्जिद-ए-नबवी ﷺ में नए इमामों की तक़र्रुरी की शाही मंज़ूरी दी गई है। सबक़ वेबसाइट के मुताबिक़ हरमैन शरीफ़ैन इंतेज़ामिया के तहत दीनी शोबे के सरबराह और मस्जिद उल-हराम के इमाम-ओ-ख़तीब शेख़ डाक्टर अबदुर्रहमान अलसदीस ने नए इमामों की तक़र्रुरी पर शाही मंज़ूरी की इत्तिला दी है।
उन्होंने कहा है कि 'मस्जिद उल-हराम में दो इमाम शेख़ बदर अलतरकी और शेख़ डाक्टर अलोलीद अलशमसान की तक़र्रुरी हुई है, जबकि मस्जिद नबवी ﷺ में भी दो इमाम शेख़ डाक्टर मुहम्मद बरहजी और शेख़ डाक्टर अबद अल्लाह अलकराफ़ी की तक़र्रुरी की मंज़ूरी दी गई है।
न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ जनरल अथार्टी ने नमाज़ियों और ज़ाइरीन की फ़राहम की जाने वाली ख़िदमात के हवाले से रिपोर्ट में बताया कि 4 लाख 77 हज़ार 245 ज़ाइरीन ने रौज़ा-ए-रसूल ﷺ पर हाज़िरी दी जबकि 2 लाख 30 हज़ार 823 ज़ाइरीन ने रियाज़ अल जन्ना (रौज़ा शरीफा) में नमाज़ अदा की। अथार्टी ने बताया कि मुख़्तलिफ़ क़ौमीयतों से ताल्लुक़ रखने वाले 77 हज़ार से ज़्यादा ज़ाइरीन ने तर्जुमे की ख़िदमात से फ़ायदा उठाया। मस्जिद-ए-नबवी के मख़सूस हिस्सों में एक लाख 44 हज़ार 362 रोज़ादारों में इफ़तार पैकेट तक़सीम किए गए। एक हज़ार 570 टन ज़मज़म की फ़राहमी के अलावा ज़मज़म के लेबेरेटरी टेस्ट के लिए 178 सैंपल जमा किए गए। इसके अलावा सफ़ाई और सेनेटाइजिंग के लिए हज़ारों लिटर जराशीमकुद माद्दे का इस्तिमाल किया गया।
उन्होंने कहा है कि 'मस्जिद उल-हराम में दो इमाम शेख़ बदर अलतरकी और शेख़ डाक्टर अलोलीद अलशमसान की तक़र्रुरी हुई है, जबकि मस्जिद नबवी ﷺ में भी दो इमाम शेख़ डाक्टर मुहम्मद बरहजी और शेख़ डाक्टर अबद अल्लाह अलकराफ़ी की तक़र्रुरी की मंज़ूरी दी गई है।
मस्जिद-ए-नबवी ﷺ में एक हफ़्ते के दौरान 54 लाख से ज़्यादा जायरीन की आमद
हरमैन शरीफ़ैन के उमूर की देख-भाल की जनरल अथार्टी ने कहा है कि मस्जिद-ए-नबवी ﷺ मदीना मुनव्वरा में गुजिश्ता हफ़्ते के दौरान 54 लाख, 10 हज़ार, 89 नमाज़ी और ज़ाइरीन आए।न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ जनरल अथार्टी ने नमाज़ियों और ज़ाइरीन की फ़राहम की जाने वाली ख़िदमात के हवाले से रिपोर्ट में बताया कि 4 लाख 77 हज़ार 245 ज़ाइरीन ने रौज़ा-ए-रसूल ﷺ पर हाज़िरी दी जबकि 2 लाख 30 हज़ार 823 ज़ाइरीन ने रियाज़ अल जन्ना (रौज़ा शरीफा) में नमाज़ अदा की। अथार्टी ने बताया कि मुख़्तलिफ़ क़ौमीयतों से ताल्लुक़ रखने वाले 77 हज़ार से ज़्यादा ज़ाइरीन ने तर्जुमे की ख़िदमात से फ़ायदा उठाया। मस्जिद-ए-नबवी के मख़सूस हिस्सों में एक लाख 44 हज़ार 362 रोज़ादारों में इफ़तार पैकेट तक़सीम किए गए। एक हज़ार 570 टन ज़मज़म की फ़राहमी के अलावा ज़मज़म के लेबेरेटरी टेस्ट के लिए 178 सैंपल जमा किए गए। इसके अलावा सफ़ाई और सेनेटाइजिंग के लिए हज़ारों लिटर जराशीमकुद माद्दे का इस्तिमाल किया गया।
जददा में बुर्ज खलीफा से भी ऊंचें टावर का तामीराती काम होगा दोबारा शुरू, मुआहिदे पर हुए दस्तख़त
Burj Khalifa |
जददा इकनॉमिक टावर के तामीराती मंसूबे के लिए किंगडम होल्डिंग कंपनी ने बिन लादन ग्रुप के साथ मुआहिदा किया है। मंसूबे की मजमूई लागत 7.2 अरब रियाल है। अख़बार 24 के मुताबिक़ किंगडम होल्डिंग कंपनी की जानिब से जारी बयान में कहा गया कि तामीराती मंसूबे के लिए 1.1 अरब रियाल की एडवान्स रक़म मौसूल हो चुकी है। तामीराती काम 42 माह में मुकम्मल होगा।
जद्दा इकनॉमिक टावर के बारे में कंपनी का कहना है, कि यह दुनिया का सबसे बुलंद तरीन टावर होगा जिसकी बुलंदी एक हज़ार मीटर और 157 मंज़िला होगा। इस वक़्त टावर के 63 फ़्लोर तामीर हो चुके हैं। इमारत की बुनियाद का काम तक़रीबन मुकम्मल है जो पहले मरहले में शामिल है। टावर का तामीराती मन्सूबा साढे़ तीन साल में मुकम्मल कर लिया जाएगा। वाजेह रहे कि जद्दा टावर का तामीराती काम सात साल कब्ल रुक गया था, मुआहिदे के बाद उसका दुबारा आग़ाज़ हो रहा है। टावर में होटल, अपार्टमेंट्स, दफ़ातिर, लॉबीज़ और एक ऑब्ज़र्वेशन डेस्क क़ायम होगी, जहां से सय्याह शहर का नज़ारा आसानी से कर सकेंगे।
तामीराती मन्सूबा मुकम्मल होने पर जद्दा टावर दुनिया की बुलंद तरीन इमारत का रिकार्ड अपने नाम कर लेगा। दुबई में मौजूद बुर्ज ख़लीफ़ा का शुमार इस वक़्त दुनिया की बुलंद तरीन इमारत में होता है, बुर्ज खलीफा के पास यह रिकार्ड 2010 से है।
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