मोहर्रम उल हराम, 1447 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
जो चीज़ सबसे ज़्यादा लोगों को जन्नत में दाखिल करेगी, वह ख़ौफ-ए-खुदा और हुस्न अखलाक है।
- तिर्मिज़ी
मदीना मुनव्वरा का पहाड़ी इलाका हज व उमरा जायरीन के लिए बेहतरनी तफ़रीही-ओ-सयाहती प्वायंट बनने जा रहा है।
ममलकत के विज़न 2030 के एहदाफ़ के तहत मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में तरक़्क़ीयाती काम तेज़ी से जारी है ताकि तफ़रीह-ओ-सयाहती मुक़ामात में इज़ाफ़ा किया जाए। पहाड़ी इलाक़े में तामीर होने वाला ये मन्सूबा 56 हज़ार मीटर मुरब्बा पर फैला हुआ है जो जदीद तरीन सहूलयात से मुज़य्यन है। तफ़रीही इलाक़े की ख़ुसूसीयत ये है कि ये मुक़ाम तीन एतराफ से पहाड़ीयों में घिरा हुआ है जिससे विजीटर्स को शहरे मुक़द्दस की मग़रिबी जानिब और हरम मदनी का बेहतरीन मंज़र देखने को मिलता है।
इस मंसूबे के तहत वाकिंग और सायकलिंग ट्रैक्स के अलावा आने वालों के लिए सब्ज़ाज़ार भी मौजूद हैं जबकि साफ़-सुथरे होटलज़ और काफ़ी शॉप्स बनाए गए हैं। इसके अलावा इलाक़े में 340 गाड़िडयों की पार्किंग का भी इंतिज़ाम है
ममलकत के विज़न 2030 के एहदाफ़ के तहत मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में तरक़्क़ीयाती काम तेज़ी से जारी है ताकि तफ़रीह-ओ-सयाहती मुक़ामात में इज़ाफ़ा किया जाए। पहाड़ी इलाक़े में तामीर होने वाला ये मन्सूबा 56 हज़ार मीटर मुरब्बा पर फैला हुआ है जो जदीद तरीन सहूलयात से मुज़य्यन है। तफ़रीही इलाक़े की ख़ुसूसीयत ये है कि ये मुक़ाम तीन एतराफ से पहाड़ीयों में घिरा हुआ है जिससे विजीटर्स को शहरे मुक़द्दस की मग़रिबी जानिब और हरम मदनी का बेहतरीन मंज़र देखने को मिलता है।
इस मंसूबे के तहत वाकिंग और सायकलिंग ट्रैक्स के अलावा आने वालों के लिए सब्ज़ाज़ार भी मौजूद हैं जबकि साफ़-सुथरे होटलज़ और काफ़ी शॉप्स बनाए गए हैं। इसके अलावा इलाक़े में 340 गाड़िडयों की पार्किंग का भी इंतिज़ाम है
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