अरब दुनिया के आसमान पर 2.9 करोड़ किलोमीटर लंबी दुम वाला वो सितारा क्या है, कब आएगा नजर

रबि उल आखिर 1446 हिजरी 

 फरमाने रसूल ﷺ  

पहलवान वो नहीं जो कुश्ती लड़ने पर गालिब हो जाए बल्कि असल पहलवान वो है, जो गुस्से की हालत में अपने आप पर काबू पाए। 

- सहीह बुखारी 

अरब दुनिया के आसमान पर 2.9 करोड़ किलोमीटर लंबी दुम वाला वो सितारा क्या है, कब आएगा नजर

✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया 

80 हज़ार साल बाद एक बार इस कुर्राह-ए-अर्ज़ के आसमान से गुजरने वाला वो दुमदार सितारा सनीचर के रोज ज़मीन के क़रीबतरीन फ़ासले पर था और 30 अक्तूबर तक अरब दुनिया और कुर्राह-ए-अर्ज़ के नसफ़ शुमाली (आधे उत्तरी) हिस्से के आसमान में नज़र आएगा। 
    इस दुम-दार सितारे 
Tsuchinshan ATLAS का खुलासा गुजिश्ता बरस जनवरी में चीन की रसद गाह Tsuchinshan ने अमरीकी एजेंसी नासा के निज़ाम अळछअर के तआवुन से किया था। ये दुम वाला सितारा फ़लकियाती साईंसदानों के यहां C-2023 Aके नाम से जाना जाता है जिसे सदी का दुमदार सितारे का ख़िताब दिया गया है। 
    ये सितारा चटानों, बर्फ़ और धूल पर मुश्तमिल है। गुजिश्ता सनीचर को ये ज़मीन के इंतिहाई क़रीब यानी 7 करोड़ किलो मीटर के फ़ासले पर था। अगर मशरिक़ी उफ़ुक़ (पूर्वी क्षितिज) का आसमान साफ़ रहा तो इस दुम-दार सितारे को सऊदी अरब और अरब दुनिया के आसमान पर इन्सानी आँख से देखा जा सकेगा, बेहतर तौर पर देखने के लिए दूरबीन का इस्तिमाल किया जा सकता है। ये बात उलार बया डाट नेट के 29 सितंबर की रिपोर्ट में बताई गई थी। 
    जददा में फ़लकियाती सोसाइटी के सरबराह इंजीनियर माजिद अब्बू ज़ाहिरा के मुताबिक़ तवक़्क़ो है कि सूरज के क़रीब आने पर दुम-दार सितारे की दुम को देखा जा सकता है, जो धूल से बनी होती है। इसकी चमक अब तक एक मुअम्मा (पहेली) है, अगरचे बाअज़ (कुछ) साईंसदान तवक़्क़ो कर रहे हैं कि ये रात को चमकने वाले 20 सितारों की तरह रोशन हो सकता है।

वर्क वीज़े पर सउदी में रहने वाले नहीं कर सकेंगे हज 

अरब दुनिया के आसमान पर 2.9 करोड़ किलोमीटर लंबी दुम वाला वो सितारा क्या है, कब आएगा नजर

रियाद : 
आरिज़ी (अस्थाई) वर्क वीजा के जरिये सऊदी में काम करने वालों को हज करने की इजाजत नहीं होगी। सऊदी सिफ़ारतख़ानों (दूतावास) की जानिब से वीज़ों पर अरबी और इंग्लिश में 'हज के लिए कारा॓मद नहींह्ण (नाट फार हज) तहरीर किया जाएगा। 
    सीज़नल हज व उमरा को किसी भी तरह आरिज़ी या मुस्तक़िल (स्थायी) वर्क वीज़े में तबदील नहीं कराया जा सकेगा। वज़ारत हज व उमरा की जानिब से ऐसे सीज़नल वीज़े, जिन्हें इस्तिमाल नहीं किया गया होगा, उन्हें एक जिल हज्ज को कैंसल कर दिया जाएगा। जो इदारा या कंपनी वीज़े जारी कराने के बाद उन पर कारकुनों को दरआमद नहीं करते, उन्हें चाहिए कि वो वक़्त मुक़र्ररा यानी एक जिल हज से कब्ल वीज़ों को कैंसल करा लें। इस सूरत में वो फ़ीस वापसी का मुतालिबा कर सकते हैं। कैंसल कराने की दरख़ास्त ना देने की सूरत में जमा कराई गई फ़ीस वापिस नहीं होगी। 
    वज़ारत के ज़वाबत (मंत्रालय के नियमों) के मुताबिक़ अगर सीज़नल वीज़े पर आने वाले कारकुन वक़्त मुक़र्ररा पर ममलकत से एग्ज़िट कर जाते हैं और उनकी जानिब से कोई शिकायत नहीं होती तो ज़र ज़मानत वापिस कर दी जाएगी। सीज़नल वर्क वीज़े की मुद्दत के हवाले से मंज़ूर किए जाने वाले ज़वाबत में कहा गया है कि इस साल आरिज़ी तौर पर जारी होने वाले वर्क वीज़ों की मुद्दत इजरा के वक़्त से एक बरस होगी जबकि इन वीज़ों पर आने वाले कारकुन 90 दिन क़ियाम कर सकेंगे, हालांकि उसके बाद इसमें मज़ीद 90 दिन की तौसीअ करना मुम्किन होगा।
 

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