आसिम आज़मी और सलमान अज़हरी की मुलाक़ात पर बीजेपी को एतराज क्यों

जमादी उल ऊला 1446 हिजरी 


फरमाने रसूल ﷺ 

जो आदमी इस हाल में फौत हुआ के वह अल्लाह ताअला और आख़ेरत पर इमान रखता हो तो उससे कहा जाएगा, जन्नत के आठ  दरवाज़ों में से जिस दरवाज़े से दाखिल होना चाहता है, दाखिल हो जा।
- मसनद अहमद

इस्लाम और पैगंबर-ए-इस्लाम पर ना जेबा तब्सरा करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाने का मुतालबा
मुसलमानों के वोट को नहीं होने देंगे तकसीम 

✅ मुंबई : आईएनएस, इंडिया 

महाराष्ट्र असेंबली इंतिख़ाबात से पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) के रहनुमा अब्बू आसिम आज़मी ने आलिम-ए-दीन और दीनी जलसों के मुक़र्रिर मुफ़्ती सलमान अज़हरी से मुलाक़ात की। मीटिंग के दौरान अज़हरी ने एसपी महाराष्ट्र यूनिट के सरबराह से मुतालिबा किया कि पैग़ंबर-ए-इस्लाम की तौहीन करने वालों को सज़ा देने के लिए सख़्त क़ानून बनाया जाए। 



    शिवा जी नगर से एसपी उम्मीदवार आज़मी ने मुफ्ती अज़हरी को बताया कि उन्होंने अपने इंतिख़ाबी मंशूर में वाअदा किया है कि अगर उनकी पार्टी इक़तिदार में आती है तो पैग़ंबर-ए-इस्लाम के ख़िलाफ़ तौहीन आमेज अलफाज का इस्तिमाल करने वालों के ख़िलाफ़ यूएपीए जैसे सख़्त क़वानीन का नफ़ाज़ किया जाएगा। इसके अलावा दोनों ने इस बात पर तबादला-ए-ख़्याल किया कि किस तरह मुस्लमानों के वोट को तक़सीम होने से बचाया जाए। 

    मुफ्ती अज़हरी ने कहा, मेरा मिशन नामूस रिसालत की हिफ़ाज़त करना है। मैं चाहता हूँ कि कोई नबी 000 पर उंगली उठाने या गुस्ताख़ी करने की जुरात ना करे। अगर आप (आज़मी) इलेक्शन जीत कर आगे बढ़े तो मुझे यक़ीन दिलाएँ कि आप इस सिलसिले में क्या करेंगे। जवाब में आज़मी ने कहा कि मैंने हुकूमत से कम अज़ कम सौ बार मुतालिबा किया है कि पैग़ंबर-ए-इस्लाम 000 की तौहीन करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाए। ये दहश्तगर्दी की एक बड़ी शक्ल है। सोशल मीडिया पर मीटिंग का वीडियो शेयर करते हुए आज़मी ने कहा, आज मैंने मुफ़्ती सलमान अज़हरी के साथ एक ख़ुसूसी मुलाक़ात की और हमने कई मसाइल पर तबादला-ए-ख़्याल किया। 
    नामूस रिसालत हमारा मिशन है हमारा मुतालिबा है कि गुस्ताख़ी-ए-रसूल 000 के ख़िलाफ़ इन्सिदाद-ए-दहशतगर्दी का क़ानून बनाया जाए और जब तक ये क़ानून नहीं बन जाता हम आराम से नहीं बैठेंगे। दूसरी जानिब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रहनुमा किरीट सौमय्या ने अब्बू आज़मी और मुफ़्ती सलमान अज़हरी मुलाक़ात को लेकर जवाबी हमला करत हुए कहा, ये वही मौलाना हैं, जिनके ख़िलाफ़ हिंदुओं के ख़िलाफ़ इश्तिआल अंगेज़ तक़रीर करने पर कार्रवाई हो रही है।
 

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