जमादी उल आखिर 1446 हिजरी
फरमाने रसूल ﷺ
नबी करीम ﷺ ने इरशाद फरमाया : अगर कोई शख्स मुसलमानों का हाकिम बनाया गया और उसने उनके मामले में खयानत की और उसी हालत में मर गया तो अल्लाह ताअला उस पर जन्नत हराम कर देता है।
- मिश्कवत
✅ चेचन्या, मास्को : आईएनएस, इंडिया
रूस ने एक ऐसे तालिब-इल्म को जिसे पहले ही मुबय्यना तौर पर क़ुरआन जलाने के जुर्म में मुजरिम क़रार दिया गया था, ग़द्दारी के इल्ज़ाम में मज़ीद साढे़ 13 साल क़ैद की सज़ा सुनाई है।
मुल्जिम नेकीता जिसकी उम्र 20 साल है, पहली बार मई 2023 में जुनूबी शहर में इस्लाम की मुक़द्दस किताब क़ुरआन की बे-हुरमती करने के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया था। बाद में हुक्काम ने उसे चेचन्या के मुस्लिम अक्सरीयती इलाक़े के हवाले कर दिया था जहां एक ताक़तवर लीडर रमज़ान कादेरोफ़ की हुकूमत थी। वहां उसे मुस्लमानों के जज़बात की तौहीन के जुर्म में साढे़ तीन साल क़ैद की सज़ा सुनाई गई। हिरासत के दौरान कादेरोफ़ के नौ उम्र बेटे ने उसे मारा पीटा भी था। रूस ने पिछले महीने नेकीता पर यूक्रेन के लिए जासूसी करने का इल्ज़ाम लगाया और ग़द्दारी का मुक़द्दमा चलाने के लिए उसे वोलगो ग्राड के हुक्काम के हवाले कर दिया। वोलगो ग्राड की इलाक़ाई अदालत ने अपने एक बयान में कहा है कि अदालत ने नेकीता को मुल्क से ग़द्दारी के जुर्म का मुर्तक़िब पाया है। जिसके बाद अदालत ने उसे साढे़ 13 साल मजीद क़ैद की सज़ा सुनाई। नेकीता की पिछली सज़ा के पेश-ए-नज़र अदालत ने कहा है कि अब उसे मजमूई तौर पर 14 साल क़ैद काटनी होगी।
मुल्जिम नेकीता जिसकी उम्र 20 साल है, पहली बार मई 2023 में जुनूबी शहर में इस्लाम की मुक़द्दस किताब क़ुरआन की बे-हुरमती करने के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया था। बाद में हुक्काम ने उसे चेचन्या के मुस्लिम अक्सरीयती इलाक़े के हवाले कर दिया था जहां एक ताक़तवर लीडर रमज़ान कादेरोफ़ की हुकूमत थी। वहां उसे मुस्लमानों के जज़बात की तौहीन के जुर्म में साढे़ तीन साल क़ैद की सज़ा सुनाई गई। हिरासत के दौरान कादेरोफ़ के नौ उम्र बेटे ने उसे मारा पीटा भी था। रूस ने पिछले महीने नेकीता पर यूक्रेन के लिए जासूसी करने का इल्ज़ाम लगाया और ग़द्दारी का मुक़द्दमा चलाने के लिए उसे वोलगो ग्राड के हुक्काम के हवाले कर दिया। वोलगो ग्राड की इलाक़ाई अदालत ने अपने एक बयान में कहा है कि अदालत ने नेकीता को मुल्क से ग़द्दारी के जुर्म का मुर्तक़िब पाया है। जिसके बाद अदालत ने उसे साढे़ 13 साल मजीद क़ैद की सज़ा सुनाई। नेकीता की पिछली सज़ा के पेश-ए-नज़र अदालत ने कहा है कि अब उसे मजमूई तौर पर 14 साल क़ैद काटनी होगी।
Read More :
इस्तिग़ासा ने कहा है कि नेकीता ने पिछले साल मौसम-ए-बहार में यूक्रेन की सिक्योरिटी फ़ोर्सिज़ को फ़ौजी साज़-ओ-सामान ले जाने वाली माल गाड़ियों की वीडीयो भेजी थी। इन्सानी हुक़ूक़ के ग्रुपों का कहना है कि रूस में हुकूमत मुख़ालिफ़ीन के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर पकड़-धकड़ की जाती है और उन्हें यूक्रेन के लिए जासूसी करने के इल्ज़ाम में बाक़ायदगी से सज़ाएं दी जाती हैं। ऐसे मुक़द्दमों की समाअत बंद दरवाज़ों में की जाती है।
नेकीता की गिरफ़्तारी एक ऐसे वाक़िया पर अमल में आई थी, जब इंटरनेट पर पोस्ट की जाने वाली एक वीडियो में एक शख़्स को अपनी उंगलियों में क़ुरआन का एक नुस्ख़ा पकड़े हुए दिखाया गया था। वीडीयो में उसका चेहरा नहीं दिखाया गया था और उसके हाथों की उंगलियां भी बमुश्किल नज़र आ रही थीं।
वीडीयो के मुताबिक़ मज़कूरा शख़्स वोलगो ग्राड की एक मस्जिद के सामने क़ुरआन का नुस्ख़ा जला रहा था। गुजिश्ता साल गिरफ़्तारी के वक़्त एफ़एसबी सिक्योरिटी सर्विस ने नेकीता पर यूक्रेन के अहकामात पर अमल करने का इल्ज़ाम लगाया था। मैमोरियल राइट्स ग्रुप ने क़ुरआन जलाने के वाक़िया की मुज़म्मत करते हुए कहा है कि नेकीता एक सियासी क़ैदी है, क्योंकि इस चीज़ का कोई सबूत नहीं है कि क़ुरआन को जलाने वाला यही 20 साला नौजवान ही था। नेकीता, वोलगो ग्राड में ज़ेर-ए-ताअलीम था, लेकिन उसका ताल्लुक़ रूस के साथ लगे हुए इलाक़े से है।
0 टिप्पणियाँ