रज्जब उल मुरज्जब, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
कामिल मोमिन वो है, जो खुश अखलाक हो और घर वालों से नरम सुलूक करने वाला हो।
- तिर्मिज़ी
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इससे कब्ल दमिशक़ के गवर्नर मरवान ने बताया कि हुजूम के कुचले जाने का ये वाक़िया मस्जिद में एक तक़रीब के दौरान पेश आया। एएफ़पी के साथ मुंसलिक भगदड़ के मुक़ाम पर मौजूद एक फ़ोटोग्राफ़र ने देखा कि मस्जिद के क़रीब एक बड़ा हुजूम जमा है क्योंकि वहां मुफ़्त खाना तक़सीम किया जा रहा था।
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एक खातून, जो जुमे की नमाज़ की अदायगी के लिए मस्जिद में मौजूद थीं, ने बताया कि उन्होंने लोगों को देखा जो एक बुज़ुर्ग ख़ातून को लेकर जा रहे थे, जिनके चेहरे से ख़ून टपक रहा था। वो मुर्दा लग रही थीं। अल वतन अख़बार ने रिपोर्ट किया कि भगदड़ एक सोशल मीडिया की मशहूर शख़्सियत की जानिब से मुफ़्त खाने की तक़सीम के दौरान मची। यूटीवबर् शेफ़ अब्बू उम्र जिनका इस्तांबूल में एक रेस्तोराँ है, ने इससे क़बल एमवी मस्जिद में मुफ़्त खाने की तक़सीम की तैयारियों की एक वीडियो पोस्ट की थी।
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