मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद के सर्वे पर सुप्रीमकोर्ट की पाबंदी जारी

 रज्जब उल मुरज्जब, 1446 हिजरी 


फरमाने रसूल ﷺ

कामिल मोमिन वो है, जो खुश अखलाक हो और घर वालों से नरम सुलूक करने वाला हो।

- तिर्मिज़ी

मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद के सर्वे पर सुप्रीमकोर्ट की पाबंदी जारी

✅ नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया 

सुप्रीमकोर्ट ने बुध के रोज़ शाही ईदगाह मस्जिद काम्प्लेक्स के अदालती निगरानी के सर्वे के काम पर रोक में तौसीअ कर दी। अदालत ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस हुक्म पर रोक में तौसीअ की जिसमें मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद काम्प्लेक्स के अदालत की निगरानी में सर्वे की इजाज़त दी गई थी। ये काम्प्लेक्स कृष्णा जन्मभूमि मंदिर के साथ है। 



चीफ़ जस्टिस आफ़ इंडिया संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस के वी विश्वनाथन पर मुश्तमिल बेंच ने कहा कि वो एक अप्रैल से शुरू होने वाले हफ़्ते में मस्जिद के अहाते के अदालती निगरानी वाले सर्वे के ख़िलाफ़ ट्रस्ट शाही मस्जिद ईदगाह मैनिजमेंट कमेटी की दरख़ास्त पर समाअत करेगी। सीजेआई ने कहा कि सुप्रीमकोर्ट में तीन मुआमलात अभी भी जेरे इलतिवा (लंबित) हैं। बेंच ने कहा कि इस दौरान मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद काम्प्लेक्स के अदालत की निगरानी में सर्वे की इजाज़त देने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के हुक्म पर रोक बरक़रार रहेगी। 

    गुज़श्ता साल 16 जनवरी को सुप्रीमकोर्ट ने पहली बार हाईकोर्ट के 14 दिसंबर 2023 के हुक्म की तामील पर रोक लगा दी थी। उसी बीच हाईकोर्ट ने शाही ईदगाह मस्जिद काम्प्लेक्स के अदालती निगरानी के सर्वे की इजाज़त दी थी और उसकी निगरानी के लिए कोर्ट कमिशनर की तक़र्रुरी से इत्तिफ़ाक़ किया था। हिंदू फ़रीक़ का दावा है कि काम्प्लेक्स में ऐसी निशानीयां मौजूद हैं जो ज़ाहिर करती हैं कि यहां कभी मंदिर हुआ करता था। हिंदू जमातों के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा था कि मस्जिद कमेटी की अपील हाईकोर्ट के 14 दिसंबर 2023 के हुक्म के ख़िलाफ़ दायर की गई थी। ये तमाम दरख़ास्तें बे-नतीजा हो गई हैं क्योंकि हाईकोर्ट ने बाद में अपना हुक्म सुनाया है। 
    विष्णु शंकर जैन ने हाईकोर्ट के बाद के हुक्म का हवाला दिया, जिसमें अदालत ने मथुरा में कृष्णा जन्मभूमि-शाही ईदगाह तनाज़ा से मुताल्लिक़ 18 मुक़द्दमात की बरक़रारी को चैलेंज करने वाली मुस्लिम फ़रीक़ों की अर्ज़ी को ख़ारिज कर दिया था। अदालत ने फ़ैसला दिया था कि मस्जिद के मज़हबी किरदार का ताय्युन करने की ज़रूरत है।

नई मस्जिद में नमाज़ अदा करने वाले 7 के ख़िलाफ़ एफआईआर 

बरेली : यूपी के बरेली में पुलिस ने नई मस्जिद में नमाज़ पढ़ने पर 7 अफ़राद के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा दर्ज किया है। जाम सावंत शुमाली गांव में, जो उतर प्रदेश के बरेली जिले की तहसील बिहारी के तहत आता है, कुछ लोगों ने चारदीवारी बनाकर उस पर टीन का शैड डालकर एक मस्जिद बनाए जहां उन्होंने जुमा की नमाज अदा की। इसकी जानकारी मिलते ही गांव की हिंदू बिरादरी ने नमाज़ पढ़ने की मुख़ालिफ़त की। जिसके बाद इलाक़े में कशीदगी फैल गई। पुलिस ने मौक़ा पर पहुंच कर तफ़तीश शुरू की। 
    हिंदू जागरण मंच यूथ वाहिनी के ज़िला सदर हिमांशू पटेल ने इल्ज़ाम लगाया है कि गांव के सरपंच की इजाज़त से लोगों को बाउंड्रीवाल पर टीन शैड लगा कर नमाज़ पढ़ने की इजाज़त दी गई। उन्होंने टवीटर पर नमाज़ अदा करने वाले लोगों का ड्रोन शॉट शेयर किया। उन्होंने ये भी इल्ज़ाम लगाया कि नमाज़ पढ़ने के लिए ज़िलई इंतिज़ामीया से इजाज़त नहीं ली गई।


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