रज्जब उल मुरज्जब, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
तुम्हें नमाज़े इशा की बदौलत पहली उम्मतों पर फज़ीलत दी गई, तुम से पहले ये नमाज किसी उम्मत ने नहीं पढ़ी।
- अबु दाऊद
✅ लंदन : आईएनएस, इंडिया
काज़कसतान में पसंद की शादी के लिए लड़की को जबरन अग़वा करने की नापसंदीदा रिवायत जारी है, इस सिलसिले में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा हर किस्म की जबरी शादी को इन्सानी हुक़ूक़ के ख़िलाफ़ क़रार देती है। शादी के लिए अग़वा किए जाने के ख़िलाफ़ क़ानून है जिसे हुकूमत अब मज़ीद सख़्त करने का इरादा रखती है। काज़कसतान के एक क़ानूनसाज़ ने कहा है हुकूमत शादी के लिए दुल्हन को अग़वा किए जाने के वाक़ियात रोकने के लिए अपने क़वानीन मज़ीद सख़्त करेगी। क़ानूनसाज़ मुराद अबनूफ़ ने एएफ़पी से बात करते हुए कहा कि बदक़िस्मती से मुल्क में शादी के लिए दुल्हन अग़वा करने के वाक़ियात में इज़ाफ़ा हो रहा है, जिसे रोकने के लिए पार्लियामेंट में एक बिल पेश किया गया है। दुल्हन अग़वा करना करगिस्तान और काज़कसतान के देही इलाक़ों में आम है और ऐसे वाक़ियात को एक क़दीम रिवायत क़रार कर उमूमन नज़रअंदाज कर दिया जाता है।
बनूफ़ ने उसे मुआशरे का एक अहम सुलगता हुआ मसला क़रार देते हुए कहा कि अग़वा के बहुत कम मुक़द्दमात अदालत में लाए जाते हैं क्योंकि क़ानून मुतास्सिरीन की मूसिर मदद करने से क़ासिर रहता है। काज़कसतान और करगिस्तान के देही मुआशरे में शादी के लिए दुल्हन उठाने की रिवायत बहुत पुरानी है। अगरचे करगिस्तान की हुकूमत ने 1994 में उसे गै़रक़ानूनी क़रार दे दिया था, लेकिन मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक़ देहातों में आज भी हर तीन में से एक लड़की की शादी उसे ज़बरदस्ती उठा कर की जाती है।
काज़कसतान में इन वाक़ियात की तादाद का अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि मुल्क की 72 लाख आबादी का तक़रीबन 60 फ़ीसद देही इलाक़ों में रहता है। शादी के लिए दुल्हन अग़वा करने की रिवायत सब सहारा अफ़्रीक़ा और वसती एशिया के कुछ हिस्सों में भी पाई जाती है। ख़वातीन के हुक़ूक़ की एक एनजीओ जबरी शादी के हवाले से ख़वातीन के मसाइल पर बात की जा रही है।
दुल्हन का अग़वा चोरी छिपे नहीं बल्कि डंके की चोट पर सरे आम होता है और इस मक़सद के लिए किसी अवामी जगह को मुंतख़ब किया जाता है। मुक़ामी ज़बान में इस अमल को अलाकचौ कहा जाता है, जिसका मतलब है, उठा लेना या भगा कर ले जाना। अग़वा से क़बल लड़का अपनी पसंद की लड़की का इंतिख़ाब करता है। अपने घर वालों को इस बारे में आगाह करता है और उनकी रजामंदी के बाद अपनी पसंद की लड़की की आमद.ओ.रफ़त पर नज़र रखता है और उसे उठाने के लिए किसी ख़ास मुक़ाम का ताय्युन करने के बाद मौक़ा की तलाश में रहता है। लड़की को उठाने के लिए वो अपने रिश्तेदारों या दोस्तों की मदद लेता है और उसे ज़बरदस्ती एक कार में डाल कर अपने घर ले जाता है।
ये अग़वा किसी अवामी मुक़ाम पर इसलिए किया जाता है कि ताकि देखने वालों को पता चले कि ये अग़वा का वाक़िया नहीं है बल्कि शादी का रिवायती तरीक़ा है।
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