मुक़ाबला हिफ़्ज़ क़ुरआन, 32 मुल्कों के 179 हुफ़्फ़ाज़ हुए शरीक

 शाअबान अल मोअज्जम, 1446 हिजरी 


  फरमाने रसूल  

"अल्लाह ताअला फरमाता है: मेरा बंदा किसी और चीज़ के जरिये मुझ से इतना करीब नहीं होता, जितना फर्ज़ इबादत के जरिये होता है।"

- सहीह बुखारी 

मुक़ाबला हिफ़्ज़ क़ुरआन, 32 मुल्कों के 179 हुफ़्फ़ाज़ हुए शरीक

✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया 

सऊदी वज़ीर-ए-दिफ़ाअ शहज़ादा ख़ालिद बिन सलमान बिन अबदुल अज़ीज़ की ज़ेरे सरपरस्ती मक्का मुकर्रमा में दसवाँ इंटरनेशनल मुकाबला हिफ़्ज़ क़ुरआन-ए-करीम का इफ़्तिताह आर्मी चीफ़ फ़य्याज़ बिन हामिद अलरवेली ने किया। 
    सऊदी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ मुक़ाबला हिफ़्ज़ क़ुरआन में 32 ममालिक के 179 हुफ़्फ़ाज़ शिरकत कर रहे हैं। मुक़ाबले का आग़ाज़ तिलावत कलाम पाक से हुआ जिसके बाद आर्म्ड फ़ोर्सिज़ के शोबा दीनी उमूर के डायरेक्टर जनरल और आलमी मुक़ाबले के निगरान ब्रिगेडीयर डाक्टर मुसफिर ऑल ऐसी ने इफ़्तिताही ख़िताब किया। जिसमें उन्होंने मुक़ाबले के बारे में बताया। तक़रीब के शुरका (भागीदार) को मुक़ाबले के हवाले से दस्तावेज़ी फ़िल्म भी दिखाई गई जिसमें मरहला वार मुख़्तलिफ़ मुक़ाबलों के बारे में मालूमात मुहय्या की गई थीं जो इस प्लेटफार्म पर मुनाक़िद हो चुके थे। 

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    मुक़ाबला हिफ़्ज़ क़ुरआन-ए-करीम 6 मराहिल (चरणों) पर मुश्तमिल होगा जिसमें मुकम्मल हिफ़्ज़ (क़िरात-ओ-तजवीद के साथ), 20 पारों के हुफ़्फ़ाज़, दस पारों, पाँच और तीन पारों के हुफ़्फ़ाज़ शामिल होंगे। तक़रीब में आर्मी चीफ़ के मुशीर शेख़ अबदुर्रहमान बिन अबदुल अज़ीज़ अल हुसैनी, बरी फ़ोर्सिज़ में दीनी उमूर के डायरेक्टर ब्रीगेडीयर सालिह अलामरी-ओ-दीगर आला ओहदेदार मौजूद थे।



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