शाअबान अल मोअज्जम, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
"इमान के सत्तर से ज़्यादा दरजे है, कमतरीन दर्जा रास्ते से तकलीफदेह चीज़ को हटाना और अफज़ल तरीन दर्जा لَا إِلٰهَ إِلَّا اللّٰهِ कहना।"
- अल सिलसिलाह
✅ मक़बूज़ा बैतुल मुक़द्दस : आईएनएस, इंडियाहाल ही में ख़त्म होने वाले साल दो हज़ार चौबीस में ग़ज़ा की जंग के बावजूद इसराईल की मजमूई आबादी दस मिलियन की हद पार कर गई। सरकारी डैटा के मुताबिक़ 2024 में 2023 के मुक़ाबले में मुल्की आबादी में इज़ाफ़ा कुछ कम रफ़्तार रहा।
तेल अबीब से मिलने वाली रिपोर्टों के मुताबिक़ इसराईल के सरकारी दफ़्तर शुमारियात (जनसंख्या विभाग) ने बताया कि इसी हफ़्ते ख़त्म होने वाले साल 2024 में इससे एक बरस पहले के मुक़ाबले में आबादी में इज़ाफ़ा कुछ कम रफ़्तार तो रहा, इसके बावजूद इसराईली शहरियों की मजमूई तादाद 10 मिलियन से मुतजाविज़ (पार) हो गई। उबूरी तौर पर जारी 31 दिसंबर 2024 तक के सरकारी डैटा के मुताबिक़ इसराईल की क़ौमी आबादी में यहूदी शहरियों की तादाद 7.7 मिलियन से थोड़ी ज़्यादा या तक़रीबन 77 फ़ीसद बनती है जबकि मजमूई आबादी में अक्सरीयती तौर पर मुस्लमान और अरब नसल के शहरियों का तनासुब 21 फ़ीसद और उनकी तादाद 2.1 मिलियन से ज़्यादा है।
दफ़्तर शुमारियात के मुताबिक़ गुजिश्ता बरस मुल्की आबादी में 1.1 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ जबकि इससे एक बरस पहले ये शरह (दर) 2023 में 1.6 फ़ीसद रिकार्ड की गई थी। गुजिश्ता बरस इसराईल की मजमूई आबादी में इज़ाफ़ा इससे एक साल पहले के मुक़ाबले में इसलिए कम रहा कि 2024 में तर्क-ए-वतन कर जाने वाले शहरियों की तादाद वापस इसराईल में रिहायश पज़ीर हो जाने वाले बाशिंदों की तादाद के मुक़ाबले में ज़्यादा रही।
2024में तक़रीबन 83 हज़ार इसराईली शहरी तर्क-ए-वतन कर बैरून-ए-मुल्क चले गए जबकि बैरूनी ममालिक से वापिस आकर इसराईल में आबाद हो जानेवाले बाशिंदों की तादाद तक़रीबन 24 हज़ार रही। इसके अलावा पहली मर्तबा बैरून-ए-मुल्क से आकर इसराईल में मुक़ामी शहरियों के तौर पर रिहायश इख़तियार करने वालों की तादाद भी तक़रीबन 33 हज़ार रही, जो 2023 के मुक़ाबले में क़रीब 15 हज़ार कम थी।
इसराईल तंज़ीम बराए इक़तिसादी तआवुन और तरक़्क़ी रुकन मुल्क भी है और वहां शुमारयाती सतह पर एक आम ख़ातून अपनी पूरी ज़िंदगी में औसतन दो से नौ बच्चों को जन्म देती है। फ़ी औरत बच्चों की ये औसत तादाद पहले भी पूरी ओईसीडी में सबसे ज़्यादा थी और इस हवाले से इसराईल आज भी पहले नंबर पर है।
तंज़ीम बराए इक़तिसादी तआवुन और तरक़्क़ी की रुकन रियास्तों की तादाद 38 है और उनमें बर्र-ए-आज़म यूरोप और शुमाली अमरीका के सनअती तौर पर तरक़्क़ी याफताह ममालिक साथ साथ जापान, जुनूबी कोरिया, आस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड भी शामिल हैं।
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