रबि उल अव्वल, 1447 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
जो चीज़ सबसे ज़्यादा लोगों को जन्नत में दाखिल करेगी, वो है ख़ौफ-ए-खुदा और हुस्न-ए-अखलाक।
- तिर्मिज़ी
सैय्यदी सुन्नी जामा मस्जिद-मजार कमेटी, भिलाई-तीन में इस्तकबालिया तकरीब मुनाकिद
दरगाह शरीफ कैंपस कमेटी की जानिब से मुनाकिद प्रोग्राम में पैगंबर-ए-इस्लाम हज़रत मुहम्मद 000 की यौम विलादत पर मुख्तलिफ हजरात ने कौम से खिताब किया। इस्तकबालिया तकरीर करते हुए मस्जिद-मजार कमेटी के सदर रुस्तम खान ने तकरीब की अहमियत पर रोशनी डाली।
तकरीब में मौजूद मेहमाने खुसूसी भिलाई-तीन थाना इंचार्ज अंबर सिंह राजपूत ने एजाज से नवाजे जा रहे हुनरमंदों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि मआशरे के ये लोग अपनी हुनरमंदी के दम पर एक बेहतर समाज बनाएंगे। उन्होंने कहा कि तकरीब की सताईश करते हुए कहा कि ये मआशरे को जोड़ने की एक बेहतर पहल है जो काबिले ताअरीफ है। सोशल वर्कर सुजीत बघेल ने कहा कि मआशरे के ऐसे काबिल लोगों को एजाज से नवाजना सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि दरगाह कैंपस में कौमी एकता की ऐसी मिसाल देखने मिलती है, जो काबिले ताअरीफ है।
इमाम हाफिज अकील ने बताया कि पैगम्बर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद 000 ने दुनिया में इंसानियत को अल्लाह तक पहुंचने की राह बताई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई-3, स्वास्थ्य विभाग के बीईटीओ सैय्यद असलम ने कहा कि प्यारे नबी 000 की पाकीजा जिंदगी अपनाने से एक बेहतर मआशरा बना। लोग अल्लाह की इबादत की तरफ रुजू हुए, आपस में इंसाफ क़ायम हुआ और औरतों को इज्जत मिली।
इस मौके पर एमबीबीएस में चयनित जोया खान और नजब तबस्सुम, इंजीनियरिंग में चयनित रुहमैशा अहमद और 10वीं में 90 फीसदी मार्क्स लाने वाली रेहाबा को मेहमानों ने एजाज से नवाजा। कमेटी की ओर से उन्हें नकद रकम भी दी गई। वहीं सहाफत और सोशल वर्क समेत दीगर शोबों में बेहतर कारकर्दगी का मुजाहिरा करने वाले जमील खान, हरगोविंद सिंह, डा. नौशाद सिद्दीकी, मोहम्मद फारुक, कदीर रजा, नात खां हाफिज नसीम खान, डा. असलम, मनीष चंद्राकर और मुहम्मद जाकिर हुसैन का कमेटी ने इस्तकबाल किया। तकरीब की कार्रवाई हमीद अहमद शाह ने चलाई।
इस मौके पर जनरल सेक्रेटरी नसीम खान, रईस अहमद, तौहीद खान, मोहम्मद आरिफ, तौसीफ रजा, इमरान मोहम्मद, अबुल हसन, जफर अब्बास, मोहम्मद हाशमी, लतीफ, कमेटी के अध्यक्ष रूस्तम खान, सेक्रेटरी रईस अहमद, अबुल हसन, नसीम खान, मौलाना सैफुल्लाह, मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद हाशिम, मोहम्मद तौसीफ, अजहर खान, अब्दुल हुसैन, तौहीद खान, मोहम्मद फारुख, मोहम्मद रियाज, सोशल वर्कर मोहम्मद फारुख, मोहम्मद मेराज अहमद खान और जुनैद खान समेत कसीर तादाद में लोग मौजूद थे।
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