जमादिउल ऊला, 1447 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
जिस शख्स का मकसद आखेरात की बेहतरी हो, अल्लाह ताअला उसके दिल को गनी कर देता है, उसके बिखरे हुए कामों को समेट देता है और दुनिया ज़लील हो कर उसके पास आती हैं।
- तिर्मीज़ी शरीफ
सैय्यदी मदरसा, एकता नगर में जश्ने-ए-सरकार गौसुल-वरा मुनाकिद
सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग और स्पीच कांपीटिशन में बच्चों ने दिखाया जोश
✅ बख्तावर अदब : भिलाई
सैय्यदी मदरसा, एकता नगर, भिलाई तीन में गुजिशता दिनों मुनाकिद जश्ने-ए-सरकार गौसुल-वरा, सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग और स्पीच कांपीटीशन में 40 से जाइद बच्चों ने मुख्तलिफ मौजूद पर हिंदी और उर्दू ज़बान में रवानी से अपनी बात रखी। अपनी स्पीच में उन्होंने मजहबे इस्लाम में बेटियों को मिले मकाम और ताअलीम की जरूरत पर जोर दिया। मुकाबले की शुरुआत मोहम्मद आदिल रजा ने तिलावते कुरआन से की। आर्गेनाईजिंग कमेटी के मोहम्मद उमर सिराजी ने मदरसे को डिजिटालाइज किए जाने की जानकारी देते हुए बच्चों के लिए स्कूली निसाब की कोचिंग, स्किल डेवलपमेंट, स्पोकन इंग्लिश, गेम्स, बेसिक कंप्यूटर कोर्स और कांपीटीटिव इक्जाम की तैयारी कराए जाने कीर जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गुजिश्ता दिनों मदरसे में उर्दू-हिंदी स्पीच और सॉफ्ट स्किल के लिए बच्चों का खुसूसी तर्बियती सेशन मुनाकिद किया गया था जिसके इख्तेताम पर बच्चों के बीच मुकाबला कराया गया जिसमें बच्चों ने बेटियों की अहमियत, पैगम्बर हजरत मुहम्मद 000 की जिंदगी, महौलयाती तहफ्फुज, हजरत अली, हमारी समाजी जिम्मेदारी, मजहबे इस्लाम, कुरआन के सबक और ताअलीम की जरूरत सहित 22 मुख्तलिफ मौजूद पर अपनी बात रखी।
मुकाबले में शायर सूफी हाजी डॉ. मिर्जा इसराइल बेग शाद, बिलासपुरी, लेखक व सहाफी मुहम्मद ज़ाकिर हुसैन और शायर डॉ. नौशाद सिद्दीकी ने जज का किरदार निभाया। इस दौरान सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग लेने वाले बच्चों को सर्टिफिकेट दिए गए। वहीं मदरसे की खिदमत के लिए अर्शी फातिमा का इस्तकबाल किया गया। आखिर में ग्यारहवीं शरीफ के मौके पर फातिहा ख्वानी हुई और दुआएं की गई।
इस मौके पर मस्जिद-मजार कमेटी भिलाई तीन के सदर रुस्तम खान, इमाम ओ खतीब मौलाना अकील, मौलाना साबिर रजा, एमएएम सादी, खुर्शीद जौहरी, नौशाद अली, मोहम्मद अली, अब्दुल हामिद, मोहम्मद फारूक इमरान, मोहम्मद गुलजार, फिरोज अहमद खान, वाजिद अंसारी, यासीन, शेख सलमान, सलीम रजा खान, अराकीने कमेटी से रईस अहमद, अजहर, नसीम खान, मोहम्मद हाशमी, मोहम्मद आरिफ, अजहर खान, मोहम्मद तौसीफ रजा, मोहम्मद हुसैन और अबुल हसन समेत वालदैन व दीगर अफराद मौजूद थे। मुकाबले की कार्रवाई मदरसे के हाफिज नसीम रजा ने चलाई। आखिर में उन्होंने मेहमानों के तंई शुक्रगुजारी का इजहार किया।
बच्चों को इनआम-ओ-इकराम से नवाजा गया
https://youtu.be/fZibxaSBa9w?
उर्दू हिंदी स्पीच कांपीटिशन में कुल 42 बच्चों ने हिस्सा लिया। इनमें अव्वल फरहत परवीन, बस स्टैंड, दूसरा आबिदा कौसर, एकता नगर, तीसरा अलीशा अंजुम, एकता नगर, चौथा- गौसिया फातिमा, एकता नगर, पांचवा- स्वालेहा अंजुम, एकता नगर, छठवां- रिफअत फातिमा, सातवां- नूर बानो, विश्व बैंक कॉलोनी, आठवां- मोहम्मद आदिल हुसैन एकता नगर और नवां- अब्दुल रूहान, विश्व बैंक कॉलोनी रहे।
इनके अलावा अलीजा अंजुम, कहकशां बानों, समायरा अंजुम, नफीस अहमद, मोहम्मद जीशान, फरहान फैजल, मुहम्मद फवाज चिश्ती, मोहम्मद शाद, अल्तमश शेख, फरहान अख्तर, मोहम्मद अंसब खान, अर्शी खान, अनम हक, मोहसिना फातिमा, अब्बास रजा, जरीन फातिमा, अर्सलान फातिमा, आफरीन निसां, अदा खान, रेहान सिद्दीकी, मोहम्मद आहान, आयत फातिमा, नौशीन अंसारी, दानिस्ता अंजुम, हुसैन कुरैशी, मोहम्मद हुनैन, मोहम्मद शोएब, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद अयान अख्तर, आफिया कौसर और रुफैजा अहमद की पेशकश की भी सताईश की गई।
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