जमादी उल आखिर 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
पहलवान वो नहीं जो कुश्ती लड़ने पर गालिब हो जाए बल्कि असल पहलवान वो है, जो गुस्से की हालत में अपने आप पर काबू पाए।
- सहीह बुखारी
✅ आगरा : आईएनएस, इंडिया
आगरा के ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी मिली है जिसकी वजह से महिकमा पुलिस में हलचल मच गई है। बताया जा रहा है कि एक नामालूम शख़्स ने मेल के ज़रीये ताजमहल को उड़ाने की धमकी दी है, जिसके बाद इंतिज़ामीया फ़ौरन हरकत में आ गई।
एसीपी ताज सिक्योरिटी सईद उरेब अहमद ने इस हवाले से बताया है कि महकमा सयाहत (पर्यटन विभाग) को ई मेल मौसूल हुई थी। इस बुनियाद पर ताज गंज पुलिस थाने में मुक़द्दमा दर्ज किया गया है। तफ़तीश जारी है। सईद अहमद ने कहा कि ईमेल के मुताबिक़ अभी तक ऐसा कोई इन पुट नहीं मिला। लेकिन सिक्योरिटी को मद्द-ए-नज़र रखते हुए बम डिस्पोज़ल स्कवायड, सर्च डाग और दीगर टीमें मौक़ा पर पहुंच गई हैं।
एसीपी ताज सिक्योरिटी सईद उरेब अहमद ने इस हवाले से बताया है कि महकमा सयाहत (पर्यटन विभाग) को ई मेल मौसूल हुई थी। इस बुनियाद पर ताज गंज पुलिस थाने में मुक़द्दमा दर्ज किया गया है। तफ़तीश जारी है। सईद अहमद ने कहा कि ईमेल के मुताबिक़ अभी तक ऐसा कोई इन पुट नहीं मिला। लेकिन सिक्योरिटी को मद्द-ए-नज़र रखते हुए बम डिस्पोज़ल स्कवायड, सर्च डाग और दीगर टीमें मौक़ा पर पहुंच गई हैं।
ताजमहल के दरवाजों पर लिखी कुरआनी आयातों के हुरूफ गायब, मर्कजी गुंबद पर उग आई झाड़ियां
यूपी टूरिज्म की डिप्टी डायरेक्टर दीप्ति वत्स ने कहा कि मुश्तबा (संदिग्ध) ई मेल आगरा पुलिस को भेजा गया है, उसी बुनियाद पर एफ़आईआर भी दर्ज की गई है। ये पहली बार नहीं है कि ताज-महल को ऐसी धमकियां मिली है, शरपसंद अनासिर ऐसी हरकतें करते रहते हैं। तफ़तीश जारी है कि ये धमकी किसने भेजी है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान कई हवाई जहाजों को ऐसी धमकी मिल चुकी है। ज़्यादातर मुआमलात में वो धमकियां मुकम्मल तौर पर जाली होती हैं और एक ही ईमेल आईडी से भेजी जाती हैं। इसलिए ख़्याल किया जा रहा है कि एक तरफ़ ऐसी धमकियां एक बड़ी साज़िश के तहत दी जा रही हैं, एवीएशन सेक्टर को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है तो दूसरी तरफ़ लोगों में ख़ौफ़-ओ-हिरास फैलाने की कोशिश की जा है।
तक़रीबन 1700 मकानात में दरार, दहशत में लोग घर छोड़ने पर मजबूर
मीडीया ज़राइआ के मुताबिक़ आगरा में वाके मोती कटरा इलाके में इस वक़्त लोगों में दहश्त का माहौल है। इसकी वजह इलाके के तक़रीबन 1700 मकानात में शिगाफ़ पड़ना है। इतना ही नहीं, तक़रीबन 150 मकानात जैक पर अटके हुए हैं। बताया जा रहा है कि मेट्रो रेल कारपोरेशन की तामीरात के सबब मकानात में ये शिगाफ़ पैदा हुए हैं।कहा जा रहा है कि मोती कटरा इलाके में अंडरग्राउंड टनल निकालने के दौरान सैंकड़ों तामीरात को नुक़्सान पहुंचा है। इस इलाके में तक़रीबन 10 हज़ार अफ़राद रहते हैं और सभी दहश्त में है। मोती कटरा इलाक़ा के लोगों का कहना है कि जब भी उतर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन की तरफ़ से अंडरग्राउंड टनल का काम किया जाता है, यहां मकान में जुंबिश महसूस की जाती है और लोग ख़ौफ़ में मुबतला हो जाते हैं। मुक़ामी लोगों ने बताया कि इस परेशानी के बारे में म्यूनसिंपल कारपोरेशन, मेट्रो ऐडमिनिस्ट्रेशन और आगरा के ज़िला मजिस्ट्रेट से शिकायत की गई है।
इसके पेश-ए-नज़र आगरा म्यूनसिंपल कारपोरेशन की तरफ़ से कई मकानात के मालिकान को नोटिस दिया गया है कि जब तक मेट्रो का काम चल रहा है, आप उसे ख़ाली कर दें। मुआमले में ज़िला मजिस्ट्रेट का कहना है कि मेट्रो कारपोरेशन आगरा में अंडरग्राउंड टनल की खुदाई कर रही है। इस दौरान मकानात में आए शिगाफ़ का अज़ाला किया जाएगा। कुछ लोगों का कहना है कि अंडरग्राउंड खुदाई की वजह से ना सिर्फ जगह जगह मकानात में शिगाफ़ पैदा हो गए हैं, बल्कि बारिश का पानी भी घर में दाख़िल हो रहा है। इतनी दिक्कतें हो रही हैं कि रहना मुहाल हो गया है। कुछ लोगों ने बताया कि उनसे दो माह पहले ही मकान ख़ाली करा दिया गया था और तब से वो किराया पर रह रहे हैं। कई अफ़राद इस दरमयान मुख़्तलिफ़ मसाइल का सामना कर रहे हैं।
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