जमादी उल आखिर 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
नबी करीम ﷺ ने इरशाद फरमाया रू अगर कोई शख्स मुसलमानों का हाकिम बनाया गया और उसने उनके मामले में खयानत की और उसी हालत में मर गया तो अल्लाह ताअला उस पर जन्नत हराम कर देता है।
. मिश्कवत
आपका बच्चा मस्जिद उल हराम में महफ़ूज़', उनवान से सर्विस शुरू
मस्जिद उल-हराम में ज़ाइरीन की सहूलत के लिए डीजीटल ख़िदमात में इज़ाफ़ा कर दिया गया है। हरम शरीफ़ में मौजूद मुख़्तलिफ़ मुक़ामात और सर्विसिज़ की मालूमात के लिए डिजीटल नक़्शा फ़राहम किया गया है। सऊदी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ हरमैन शरीफ़ैन की इंतिज़ामीया की जानिब से मस्जिद उल-हराम में ज़ाइरीन के लिए ख़िदमात की मुसलसल फ़राहमी का सिलसिला ना सिर्फ जारी है बल्कि उन्हें असरी तक़ाज़ों से हम-आहंग भी किया जा रहा है।
इंतिज़ामीया ने मस्जिद उल-हराम में मौजूद मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर फ़राहम की जाने वाली ख़िदमात के बारे में मालूम करने के लिए मुतअद्दिद आलमी ज़बानों में डिजीटल नक़्शे की सहूलत लॉन्च की है। नक़्शे के अलावा रास्तों की निशानदेही के लिए मालूमात बोर्डज़ भी मौजूद हैं ताकि ज़ाइरीन को किसी किस्म की दुशवारी का सामना ना करना पड़े। डीजीटल नक़्शे के ज़रीये मस्जिद उल-हराम के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात का ताय्युन किया जाता है, जिनमें व्हील चेयरज़ हासिल करने की जगह, रहनुमाई के दफ़ातिर, आब-ए-ज़म ज़म भरने के प्वाईंटस, गुमशुदगी मर्कज़, वुज़ू ख़ाने और सेहत मर्कज़ की निशानदेही की गई है।
मस्जिद उल-हराम के गेट नंबर 3 अजयाद और गेट नंबर 79 शाह फ़हद पर इंतिज़ामीया की जानिब से बच्चों के लिए मख़सूस कड़े फ़राहम करने की सहूलत मौजूद है। कड़े में वालदैन का राबिता नंबर और अहम मालूमात फीड दर्ज की जाती हैं। इस मुहिम को 'आपका बच्चा मस्जिद उल-हराम में महफ़ूज़ है उनवान दिया गया है। बच्चे के ग़म होने की सूरत में इंतिज़ामीया की टीम कड़े पर दर्ज वालदैन के नंबर पर फ़ोन करके उनसे फ़ौरी राबिता करते हैं। इस ज़िमन में इंतिज़ामीया का कहना है कि मस्जिद उल-हराम आते वक़्त बच्चों के लिए हिफ़ाज़ती कड़े हासिल करना ना भूलें।
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