मस्जिद अल हरम की लाईब्रेरी में है दुनिया की इकलौती नायाब स्क्रिप्ट 'मस्नद उल मोता

रबि उल आखिर 1446 हिजरी 

  फरमाने रसूल ﷺ  

तुम में सबसे ज़्यादा अज़ीज़ मुझे वो शख्स है, जिसके आदात व अखलाक सबसे उमदा हो।

- बुखारी शरीफ 


मस्जिद अल हरम की लाईब्रेरी में है दुनिया की इकलौती नायाब स्क्रिप्ट 'मस्नद उल मोता , bakhtawar adab

रियाद किताब और मदीना मुनव्वरा में लगा तीसरा किताब मेला, 300 से ज़ाइद नाशिरीन हुए शरीक
हरमैन लाइब्रेरी का स्टाल बना अवामी तवज्जा का मर्कज़
 

✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया 

इदारा उमूर हरमैन शरीफ़ैन की जानिब से मदीना मुनव्वरा और रियाद में किताब मेले का इनएकाद किया गया। 5 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले में नादिर-ओ-नायाब किताबों की स्क्रिप्ट अवाम की दिलचस्पी के लिए ख़ुसूसी तौर पर रखी गई थी। मेले में रखी क़दीम-ओ-नादिर किताबों में अवाम ने ग़ैरमामूली दिलचस्पी दिखाई। 
    सऊदी न्यूज एजेंसी के मुताबिक़ इदारा हरमैन की लाइब्रेरी में मौजूद क़दीम तरीन (पुरानी) स्क्रिप्ट को रखा गया था। इनमें हिज्री 1286 में क़ाहिरा में छपने वाला सही उल बुख़ारी, हिज्री 1312 की क़दीम किताब 'अल-मेयार अलमारब और उल-जामे अलमग़रिब की स्क्रिप्ट भी शामिल है। 
    गौरतलब है कि इदारा हरमैन के किताब मेले में इस वक़्त 11 हज़ार 491 क़दीम कुतुब (पुरानी किताबों) के नुस्खे़ (स्क्रिप्ट) मौजूद हैं, जिन्हें माहिरीन ने जदीद टेक्नोलोजी के ज़रीये महफ़ूज़ किया है। मस्जिद अल हरम के कुतुब ख़ाने में मौजूद दीगर नादिर नुस्ख़ों में 'मस्नद उल मोता भी है, जो पूरी दुनिया में एक ही है, जिसे हिज्री 693 में तहरीर किया गया था, ये क़लमी नुस्ख़ा है, जबकि एक और क़लमी नुस्ख़ा 'जामा मुफ़रिदात अलादवीह जिसके मोअल्लिफ अबदुल्लाह बिन अहमद अल बीतार अलमालिकी थे, भी मौजूद है। कुतुब ख़ाने में मौजूद क़दीम मख़तूतात के क़लमी नुस्ख़ों की तादाद 8503 है, जो असल सूरत में हैं जबकि 2756 नुस्खे़ फ़ोटो की सूरत में महफ़ूज़ हैं।

ऊंटों की तसावीर वाले स्टाल ने खींची भीड़

मस्जिद अल हरम की लाईब्रेरी में है दुनिया की इकलौती नायाब स्क्रिप्ट 'मस्नद उल मोता , bakhtawar adab

रियाद के शाह सऊद यूनीवर्सिटी में 5 अक्टूबर तक चलने वाले बैन-अल-अक़वामी किताब मेले में मुतअद्दिद (कई) पवेलीयन बनाए गए थे, जिनमें काबिल-ए-ज़िक्र 'शहज़ादा मुहम्मद बिन सलमान एवार्ड बराए ममलकत-ओ-चीन के माबैन (बीच) सकाफती (सांस्कृतिक) तबादले भी ख़ुसूसी तौर पर क़ायम किया गया था। सऊदी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ किताब मेले में ऊंट 2024 के हवाले से भी ख़ुसूसी पवेलीयन क़ायम किया गया था जहां अरब सकाफत पर मबनी किताबों और ऊंटों के हवाले से तसावीर वग़ैरा रखी गई थी। बच्चों की दिलचस्पी के लिए मेले में ख़ुसूसी एहतिमाम किया गया था, जहां हर उम्र के बच्चों के लिए मुख़्तलिफ़ नौईयत की कहानीयों और तसावीर पर मबनी किताबें रखी गई थी। 
दानिशवरों और कुतुब-ओ-सक़ाफ़्त से क़ुरबत रखने वालों में एक मिसाली मुक़ाम

मस्जिद अल हरम की लाईब्रेरी में है दुनिया की इकलौती नायाब स्क्रिप्ट 'मस्नद उल मोता , bakhtawar adab


मदीना मुनव्वरा में जुलाई के आखिर में मुनाकिद तीसरे कुतुब मेले में अरब और दीगर मुल्कों के 300 से ज़ाइद नाशिरीन (प्रकाशकों) ने शिरकत की। सऊदी न्यूज एजेंसी के मुताबिक़ मेले का इनइक़ाद अदब, इशाअत-ओ-तर्जुमा अथार्टी ने किया जो 5 अगस्त तक जारी रहा। 
मस्जिद अल हरम की लाईब्रेरी में है दुनिया की इकलौती नायाब स्क्रिप्ट 'मस्नद उल मोता , bakhtawar adab


    अथार्टी के सीईओ डाक्टर मुहम्मद हसन उलवान का कहना था कि मदीना मुनव्वरा किताब मेला दानिशवरों और कुतुब-ओ-सक़ाफ़्त (पुस्तक और संस्कृति) से क़ुरबत (नजदीकी) रखने वालों में एक मिसाली मुक़ाम रखता है, जिससे सऊदी सक़ाफ़्त भी उजागर होती है। 

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