अमेरिका : बड़ी तादाद में मुसलमान उम्मीदवार चुनावी मैदान में

रबि उल आखिर 1446 हिजरी 


फरमाने रसूल ﷺ

नबी करीम ﷺ ने इरशाद फरमाया : अगर कोई शख्स मुसलमानों का हाकिम बनाया गया और उसने उनके मामले में खयानत की और उसी हालत में मर गया तो अल्लाह ताअला उस पर जन्नत हराम कर देता है।

- मिश्कवत 

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✅ न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया 

अमरीका में इस साल के इलेक्शन में सैंकड़ों मुस्लिम उम्मीदवार वफ़ाक़ी, रियासती और मुक़ामी सतह के मुक़ाबलों में हिस्सा ले रहे हैं। अमरीकी रियासत न्यू जर्सी के देहाती इलाके टीनेक में होने वाले इंतेखाबात का रुजहान पूरे मुल्क में दिखाई दे रहा है। टाउन टीनेक में दो मुसलमान ख़वातीन मुक़ामी ओहदों के लिए इलेक्शन लड़ रही हैं। टीनेक में काफी तादाद में मुसलमान आबाद हैं। इससे पहले भी टीनेक में एक मुस्लमान मेयर रहे चुके हैं। 
    सैंतालीस साला रेशम ख़ान ने कहा कि इलेक्शन में शिरकत उनके लिए मुस्लिम होने की हैसियत से बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है। एक और मुस्लिम ख़ातून नादिया हुसैन, जो  नी डाडईन हाई स्कूल में टीचर हैं, टीनेक के मुक़ामी इलेक्शन में हिस्सा ले रही हैं। उन्हें उम्मीद है कि वो इलाक़े में किसी स्कूल बोर्ड में मुंतख़ब होने वाली पहली ख़ातून होंगी। रेशम ख़ान और नादिया हुसैन दोनों हिजाब पहनती हैं। वो मुस्लमान उम्मीदवारों की उस बढ़ती तादाद में शामिल हैं, जो इस नए रुजहान की नुमाइंदगी करते हैं। 
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    अमरीका की दूसरी कम्यूनिटीज में भी यही रुजहान नज़र आ रहा है। नादिया हुसैन ने कहा, एक कहावत है कि अगर आप खाने की मेज़ पर मौजूद नहीं हैं तो फिर आप मेन्यू पर होंगे, लिहाज़ा शमूलीयत बहुत ज़रूरी है। अमरीका में मुस्लमानों की तादाद 35 लाख है, ये मुसलमान दुनिया के मुख़्तलिफ़ हिस्सों से अमरीका आए हैं। अगरचे उनमें अक्सरीयत डेमोक्रेटिक पार्टी के हक़ में वोट देती है, ताहम हालिया इंतिख़ाबात में बहुत से लोग री प्लेकिन पार्टी की तरफ़ भी माइल हुए हैं। 
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    इससे पहले तक कभी कोई मुस्लमान मुंतख़ब ओहदों पर नज़र आता था लेकिन हालिया सालों में उनकी नुमाइंदगी आम होती दिखाई दी है। मुस्लमानों की सियासत में ज़्यादा बड़े पैमाने पर शिरकत के पीछे कई अवामिल कारफ़रमा हैं, जिनमें इस्लामो फोबिया के मुताल्लिक़ तशवीश और सियासत में नुमाइंदगी शामिल हैं। मिशीगन स्टेट यूनीवर्सिटी में सियास्यात की अस्सिटेंट प्रोफेसर नूरा सिद्दीक़ कहती हैं कि मुस्लमान वोटरों के साथ साथ मुस्लमान उम्मीदवारों की भी ज़्यादा से ज़्यादा इंतेखाबात में शिरकत का रुजहान है। 
    बाअज़ माहिरीन के मुताबिक़ मुस्लमानों की सियासत में ज़्यादा शिरकत की शुरुआत 2018 से हुई जब रशीदा तलेब अमरीकी कांग्रेस में मुंतख़ब होने वाली पहली मुस्लमान नुमाइंदा बनी थीं। अमरीकी मुस्लमानों की तंज़ीम केयर एक्शन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बासिम अलक़ारा कहते हैं, हर इलेक्शन दौर में इंतिख़ाब में हिस्सा लेने वाले मुस्लमान उम्मीदवारों की तादाद बढ़ रही है
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