जमादी उल ऊला 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
अफज़ल ईमान ये है कि तुम्हें इस बात का यकीन हो के तुम जहाँ भी हो, खुदा तुम्हारे साथ है।
- कंजुल इमान
✅ अजमेर : आईएनएस, इंडिया
मीडिया ज़राइआ के मुताबिक़ ख़्वाजा ग़रीब नवाज़, सुलतान उल हिंद, हज़रत मुईन उद्दीन चिशती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह शरीफ़ में शिव मंदिर होने का दावा किया गया है। इस हवाले से अजमेर वेस्ट सिविल कोर्ट ने बुध को मुद्दई अलीहान को नोटिस भी जारी किया है। शिकायत करने वाले ने अपने मुक़द्दमे में दरगाह कमेटी, मर्कज़ी अक़ल्लीयती महिकमा नई दिल्ली और मर्कज़ी महिकमा आसारे-ए-क़दीमा को मुद्दा अलैह बनाया है। केस की अगली समाअत 20 दिसंबर 2024 को होगी।
बुध को अदालत में हुई समाअत में शिकायत कुनिंदा के फ़रीक़ ने केस के सिलसिले में दलील दी कि शिकायत कुनिंदा शिव भक्त है और भगवान शिव पर उसका गहरा एतिमाद है। शिकायत कुनिंदा का दावा है कि दरगाह में मुबय्यना तौर पर शिव मंदिर है और उनके पास इस सिलसिले में काफ़ी सबूत हैं। अदालत में बरसों पहले अजमेर के रिहायशी हरविलास शारदा की लिखी किताब का भी शिकायत कुनिंदा ने हवाला दिया है। दरख़ास्त गुज़ार फ़रीक़ के दलायल सुनने के बाद अदालत ने मुक़द्दमा में शिकायत कुनिंदा की तरफ़ से नामज़द तीनों मुद्दई अलीहान को नोटिस जारी करने का हुक्म दिया है।
शिकायत कुनिंदा के वकील राम स्वरूप बिश्नोई ने कहा कि इन मुदई अलीहान में अजमेर दरगाह कमेटी, महिकमा आसारे-ए-क़दीमा और मर्कज़ी अक़ल्लीयती महिकमा शामिल है। एडवोकेट बिश्नोई ने कहा कि अदालत ने मुक़द्दमा को क़बूल कर लिया है और मदईआ अलीहान को उनकी जानिब से अपना मौक़िफ़ (पक्ष) पेश करने के लिए नोटिस जारी कर अपना केस पेश करने के लिए 20 दिसंबर तक का वक़्त दिया है।
वकील योगेश, राम स्वरूप बिश्नोई और विजय शर्मा ने अदालत में शिकायत कुनिंदा की तरफ़ से नुमाइंदगी की। गुजिश्ता मंगल को शिकायत कुनिंदा ने तमाम दस्तावेज़ात और खामियों को पूरा करते हुए अदालत में केस पेश किया। राम स्वरूप बिश्नोई ने कहा कि शिकायत कुनिंदा फ़रीक़ ने अगली समाअत की तारीख़ बढ़ाने की भी दरख़ास्त की है।
आपको बता दें कि इससे कब्ल अदालत ने अगली समाअत 5 दिसंबर को मुक़र्रर की थी। हिंदू सेना के सदर विष्णु गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें दावा किया गया था कि अजमेर दरगाह शरीफ़ की जगह पर शिव मंदिर है। शिकायत कुनिंदा विष्णु गुप्ता का कहना है कि अजमेर वेस्ट की सिविल कोर्ट में लगातार दो दिन से केस की समाअत जारी है। अदालत ने केस से मुताल्लिक़ जो भी सबूत मांगे हैं, वो भी अदालत को दे दिए गए हैं। अदालत ने कहा, दरख़ास्त की समाअत पुरअमन तरीक़े से होनी चाहिए और दरख़ास्त के हवाले से कोई बैरूनी कशीदगी नहीं होनी चाहिए, इसलिए अदालत से केस की अगली समाअत के लिए मज़ीद तारीख़ की इस्तिदा की गई है।
उन्होंने कहा कि अर्ज़ी की बुनियाद ये है कि दरगाह की तामीर से पहले यहां संकट मोचन महादेव का मंदिर था। हिन्दुस्तानी महिकमा आसारे-ए-क़दीमा को इसका सर्वे कराना चाहिए। ख़्याल रहे कि गुजिश्ता दिनों यूपी के सँभल की शाही जामा मस्जिद के मुताल्लिक़ नाम निहाद मंदिर के दावा और कोर्ट की जल्दबाज़ी में फ़ैसले और सर्वे के हुक्म के ख़िलाफ़ मुख़ालिफ़त और एहतिजाज में तशद्दुद बरपा हुआ था, जिसमें 5 मुस्लिम नौजवान की मौत हुई है, सँभल में हर तरफ़ ख़ौफ़ और सोग का माहौल है, हालांकि पुलिस इंतिज़ामीया ने पुरअम्न माहौल का दावा किया है।
0 टिप्पणियाँ