वज़ीर-ए-आला योगी के बयान से हलचल, बरेली में 100 वक़्फ़ जायदाद की होगी तफ़तीश

रज्जब उल मुरज्जब, 1446 हिजरी 


फरमाने रसूल ﷺ

कामिल मोमिन वो है, जो खुश अखलाक हो और घर वालों से नरम सुलूक करने वाला हो।

- तिर्मिज़ी


वज़ीर-ए-आला योगी के बयान से हलचल, बरेली में 100 वक़्फ़ जायदाद की होगी तफ़तीश

✅ बरेली : आईएनएस, इंडिया 

यूपी के वज़ीर-ए-आला योगी आदित्य नाथ ने गुजिश्ता दिनों बरेली ज़िले की वक़्फ़ इमलाक से मुताल्लिक़ एक बयान दिया था जिसने हलचल पैदा कर दी है। बयान के मुताबिक बरेली की तक़रीबन 100 वक़्फ़ इमलाक की छानबीन और पैमाइश की जाएगी। 

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    महिकमा अकलीयती फ़लाह को इस सिलसिले में हुक्म का इंतिज़ार है। यानी हुक्म मिलते ही मुतनाज़ा (विवादित) इमलाक की छानबीन शुरू हो जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही वक़्फ़ बोर्ड के ज़रीया हुक्म जारी होगा और उसके बाद आफ़िसरान ज़िले की वक़्फ़ इमलाक के दस्तावेज़ात से इमलाक की पैमाइश करेंगे। काबिल-ए-ज़िक्र है कि वज़ीर-ए-आला योगी आदित्य नाथ ने 8 जनवरी को एक बयान में कहा था कि वक़्फ़ के नाम पर ज़मीन कब्जा करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी। एक-एक इंच ज़मीन वापिस ली जाएगी। इसी मुआमले में अब वक़्फ़ इमलाक की जांच के आसार पैदा हो गए हैं। 

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    बरेली ज़िले में वक़्फ़ की तक़रीबन 3171 इमलाक हैं। बेशतर इमलाक को लेकर छोटे-बड़े तनाज़आत भी सामने आते रहे हैं। उनकी शिकायतें भी हुई हैं। अब नए सिरे से जांच हो सकती है, और फिर नाजायज़ क़ब्ज़ों की छानबीन इंतिज़ामीया की तर्जीहात में शामिल होंगी। पूरे मुआमले में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के क़ौमी सदर शहाब उद्दीन रिज़वी का कहना है कि वक़्फ़ के नाम पर कब्जे हुए हैं और वक़्फ़ इमलाक पर भी नाजायज़ क़बज़े हैं। 

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    मौलाना रिज़वी का कहना है कि मैं वज़ीर-ए-आला के बयान को दुरुस्त मानता हूँ। में ये भी मानता हूँ कि वक़्फ़ बोर्ड की मिली भगत के बग़ैर नाजायज़ क़बज़े नहीं हो सकते। इसलिए जब छानबीन हो तो इस नुक्ता को भी देखा जाए। इत्तिहाद मिल्लत काउंसिल के क़ौमी जनरल सेक्रेटरी डाक्टर नफ़ीस ख़ां ने भी इस मुआमले में अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर किया है। उन्होंने कहा कि जिसने भी नाजायज़ क़बज़े किए हैं, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए। वो इमलाक भी ख़ाली कराई जाए जिन पर सरकारी कब्जे हैं। में तो यही चाहता हूँ कि वक़्फ़ इमलाक को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम किया जाए
। 

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