वक़्फ़ बिल और यूसीसी को लेकर मुस्तर्का मुस्लिम प्लेटफार्म की तैयारी

शाअबान अल मोअज्जम, 1446 हिजरी 


  फरमाने रसूल   

"तुम अपने लिए भलाई के अलावा कोई और दुआ ना करो क्योंकि जो तुम कहते हो उस पर फरिश्ते आमीन कहते है।"

- मुस्लिम 


वक़्फ़ बिल और यूसीसी को लेकर मुस्तर्का मुस्लिम प्लेटफार्म की तैयारी

✅ श्रीनगर : आईएनएस, इंडिया 

मेंबरान पार्लियामेंट, मुस्लिम मज़हबी रहनुमाओं और सेक्यूलर सियासी जमातों का एक ग्रुप मुजव्वज़ा (प्रस्तावित) वक़्फ़ और यूसीसी (तरमीमी बिल और यकसाँ सिविल कोड) के ख़िलाफ़ एहतिजाज करने के लिए मुस्लिम प्लेटफार्म तशकील दे रहा है। नई दिल्ली में कश्मीर के मुमताज़ आलिम मीर वाइज़ उमर फ़ारूक़ की क़ियादत में कई सरकरदा रहनुमा, उलमाए किराम, सियासतदानों और सिविल सोसाइटी के नुमाइंदों के साथ बंद कमरे की मीटिंगों के दौरान इस मंसूबे पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया। 
    इस दौरान मीर वाइज़ और श्रीनगर से नेशनल कान्फ्रेंस के रुक्न असेंबली आग़ा सय्यद रूह अल्लाह मह्दी के दरमयान एक अहम मुलाक़ात भी हुई जो नज़रियाती ख़ुतूत पर इत्तिहाद की निशानदेही करती है। मीर वाइज़ और मह्दी के दरमयान 90 मिनट की मुलाक़ात मुस्लिम कम्यूनिटी को दरपेश चैलेंजों से निमटने के लिए मुमताज़ सियासतदानों, उलमाए किराम और नुमाइंदों को एक प्लेटफार्म पर लाने की जारी कोशिशों का हिस्सा थी। 

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    मीर वाइज़ गुजिश्ता चंद हफ़्तों से नई दिल्ली में मुस्लिम रहनुमाओं, समाजी कारकुनों और सियासतदानों से मुलाक़ातें कर रहे हैं। 53 साला मज़हबी रहनुमा ने एक मुशतर्का (साझा) प्लेटफार्म बनाने के लिए जमई उल्मा हिंद के सरकरदा रहनुमाओं, एआईएमआईएम के सरबराह असद उद्दीन उवैसी और दीगर सरकरदा रहनुमाओं के साथ बंद कमरे में कई मीटिंगें की। 

वक़्फ़ बिल और यूसीसी को लेकर मुस्तर्का मुस्लिम प्लेटफार्म की तैयारी


    मुलाक़ातों से वाक़िफ़ ज़राइआ ने तसदीक़ की कि इन मुलाक़ातों में मुस्लिम कम्यूनिटी से मुताल्लिक़ मसाइल को हल करने के लिए मुशतर्का एजेंडे के साथ इत्तिहाद बनाने पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मीर वाइज़ के यूपी का दौरा करने की तवक़्क़ो है, जहां वो मुमताज़ रहनुमाओं से मुलाक़ात के अलावा इस्लामी तालीम के सबसे बड़े मर्कज़ दार-उल-उलूम देवबंद का भी दौरा करेंगे। 

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    एक जराय ने कहा कि कुछ मुशतर्का मसाइल पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया है जहां इफ़हाम-ओ-तफ़हीम तक पहुंच सकते हैं। सियासतदानों, उल्मा और सियासी जमातों का एक ग्रुप, जो उसूली तौर पर तमाम बिरादरीयों के इजतिमाई वजूद में यक़ीन रखता है, मुस्लमानों के लिए हुकूमत बनाने की कोशिश कर रहा है। इस्तिदलाल ये है कि इस बिल का मक़सद वक़्फ़ इमलाक और इंतिज़ामीया के नज़म-ओ-ज़बत, रजिस्ट्रेशन के अमल और इंतिज़ाम में मसाइल और चैलेंजों को हल करना है। ताहम मुल्क भर की मुस्लिम तंज़ीमें मुजव्वज़ा तब्दीलियों की सख़्ती से मुख़ालिफ़त कर रही हैं क्योंकि उन्हें ख़दशा है कि इससे वक़्फ़ एक्ट कमज़ोर हो जाएगा और कम्यूनिटी पसमांदा हो जाएगी।


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