सादे पानी को आब-ए-जमजम बताकर बेच रहे थे, मुजरिम गिरफतार, प्लांट सील

जिल हज्ज, 1446 हिजरी

   फरमाने रसूल      

तीन चीज़ों के बारे में रसुल अल्लाहﷺ  की कसम
"मै कसम खाकर कहता हूँ कि सदका देने से किसी के माल में कमी नहीं आती।
2, जो शख्स ज़ुल्म पर सब्र करे ,अल्लाह उसकी इज़्ज़त बढ़ा देता है।"
3, जो शख्स अपने पर मांगने का दरवाज़ा खोल ले, अल्लाह ताअला उस पर फक्र (मुफलिसी) का दरवाज़ा खोल देता हैं।

- जामए तिरमिज़ी 

आब-ए-जमजम, Aab-e-zamzam

✅ नई तहरीक : रियाद 

शारजाह म्यूनिसपैलिटी ने मुताल्लिक़ा इदारों के तआवुन से जाली आब-ए-ज़म ज़म फ़ीलिंग प्लांट को सील कर मुल्ज़िमान के ख़िलाफ़ कार्रवाई की है। अमीरात उल यौम के मुताबिक़ शारजाह म्यूनिसपैलिटी के डायरेक्टर जनरल उबैद अल तनेजी ने बताया कि तफतीशी टीमों ने ये कार्रवाई शहर के ग़नजान आबाद इलाक़े के एक मकान में मशकूक सरगर्मियां देखे जाने की शिकायत के बाद की। 
    मकान से बड़े पैमाने पर पानी की बोतलें मुख्तलिफ गाड़ियों में मुंतक़िल कर उन्हें मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर ले जाया जाता था। तफतीशी टीम ने कई दिन तक मकान की निगरानी कर आला हुक्काम को रिपोर्ट पेश की जिसमें बताया गया था कि नामालूम अफ़राद ने मकान में वाटर रीफिलिंग स्टेशन क़ायम किया है जहां से जाली आब-ए-ज़मज़म तैयार कर उन्हें मार्केट में महंगे दामों पर फ़रोख़त किया जाता है।

आब-ए-जमजम, Aab-e-zamzam


म्यूनिसपैलिटी ने पुलिस और दीगर इदारों के इश्तिराक से मकान पर छापा मारा जहां से बड़ी मिक़दार में प्लास्टिक की ख़ाली बोतलें और उन पर लगाए जाने वाले स्टीकर्ज बरामद हुए जिन पर आब-ए-ज़मज़म प्रिंट था। 
    दौरान-ए-तफ़तीश मालूम हुआ कि मुल्ज़िमान नल के सादा पानी को बोतलों में भरते और उन पर आब-ए-ज़मज़म के स्टीकरज़ चस्पाँ कर उन्हें असल आब-ए-ज़म ज़म कह कर महंगे दामों पर फ़रोख़त किया करते थे।

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