जिल हज्ज, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
"अल्लाह ताअला फरमाता है: मेरा बंदा फर्ज़ नमाज़ अदा करने के बाद नफिल इबादत करके मुझसे इतना नज़दीक हो जाता के मैं उससे मोहब्बत करने लग जाता हूँ।"
- सहीह बुख़ारी
हर क़ालीन पर लगी इलेक्ट्रॉनिक चिप उसके मुक़ाम, साफ़ करने, ख़ुशबू लगाने, उठाने और मुंतक़िल करने का खुद बताएगी वक़्त
मस्जिद नबवी ﷺ में आजमीने हज के इस्तकबाल के लिए 25 हज़ार बेशक़ीमत और सुकून-बख़्श क़ालीन बिछा दिए गए। जानकारी के मुताबिक हरमैन शरीफ़ैन की देखभाल की ज़िम्मेदार जनरल अथार्टी ने मस्जिद नबवीﷺ में नमाज़ियों की आसानी और राहत के लिए पुर सुकून माहौल मुहय्या करने वाले क़ालीन बिछाए हैं, हर क़ालीन के किनारे लगी इलेक्ट्रॉनिक चिप उसके मुक़ाम, साफ़ करने, ख़ुशबू लगाने, उठाने और मुंतक़िल करने का वक़्त बताती है। क़ालीनों की रोज़ाना की बुनियाद पर सफ़ाई की जाती है और उन्हें ख़ुशबू से मुअत्तर भी किया जाता है।
मस्जिद नबवीﷺ के अंदरूनी हिस्से, उसकी छत और बाहर वाले सेहनों में मजमूई तौर पर 25 हज़ार से ज़ाइद क़ालीन बिछाए गए हैं, जिन पर रोज़ाना परफ़्यूम का छिड़काव करने के इलावा जरासीमकुश स्प्रे भी किया जाता है, सभी क़ालीन मज़बूती और मयार में अपनी मिसाल आप हैं। इसके अलावा ये क़ालीन अपनी मोटाई, पाएदारी, घुन्नी साख्त, रंग के इस्तिहकाम और बार-बार धोने से मुतास्सिर ना होने वाली ख़सुसीआत में अपना सानी नहीं रखते।
मस्जिद नबवीﷺ की इंतेजामिया ने बताया कि साल 2023 के दौरान 28 करोड़ से भी ज़्यादा ज़ाइरीन ने मुख़्तलिफ़ सहूलयात से फ़ायदा उठाते हुए रुहानी माहौल में मस्जिद नबवीﷺ में हाज़िरी की सआदत हासिल की, इस मौक़ा पर नमाज़ियों की आसानी के लिए मयारी ख़िदमात की फ़राहमी को यक़ीनी बनाया गया और उन्हें राहत और सुकून के तमाम मुम्किन वसाइल मुहय्या करने की कोशिश की गई ताकि ज़ाइरीन इतमीनान और सुकून-ए-दिल के साथ मुस्लमानों के दूसरे मुक़द्दस तरीन मुक़ीम पर इबादत का शर्फ हासिल कर सकें।
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